—पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ को देख अफसर सतर्क
वाराणसी, 31 दिसम्बर (Udaipur Kiran) । साल 2024 के अन्तिम दिन मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। भोर मंगला आरती से लेकर रात शयन आरती तक श्रद्धालु दरबार में आते रहे। मंदिर न्यास के अनुसार रात 9.30 तक पांच लाख सात हजार 321 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर लिया था। मंदिर में एक जनवरी 2024 से 30 दिसम्बर 2024 तक 06 करोड़ 85 लाख 06 हजार 64 श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई। पिछले वर्ष 2023 में कुल पांच करोड़ 73 लाख 10 हजार 104 और वर्ष 2022 में कुल सात करोड़ 11 लाख 47 हजार 210 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया।
मंदिर में भारी भीड़ को देखते हुए पहले से ही स्पर्श दर्शन और सुगम दर्शन पर रोक लगाई गई है। मंदिर और आसपास श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था का व्यापक प्रबंध किया गया है। मंदिर में प्रवेश और निकासी की व्यवस्था बदली गई है। पहली जनवरी की भोर से ही ढुंढिराज द्वार से प्रवेश करने वाले दर्शनार्थी नंदू फारिया गली से निकलेंगे, जबकि सरस्वती फाटक से प्रवेश पाने वाले दर्शनार्थी कालिका गली से निकलेंगे। इसके अलावा गंगा द्वार की ओर जिक-जैक वाली बैरिकेडिंग बढ़ाई गई है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और आसपास के क्षेत्र में कुल 45 पॉइंट बनाये गये हैं। सभी पॉइंट पर पुलिस सुरक्षा के साथ ही ट्रैफिक, भीड़ प्रबंधन में जुटी हुई है। काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा के 11 पॉइंट बनाए गए हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी