Uttar Pradesh

निगम बोर्ड की बैठक हुए आठ माह से अधिक का समय बीता, पार्षदों की समस्याएं बढ़ी 

मुरादाबाद नगर निगम ने बीस करोड़ की भूमि से हटवाया कब्जा, बोर्ड लगाकर बाउंड्रीवॉल का काम शुरु कराया

उपचुनाव की आचार संहिता हटते ही बोर्ड बैठक कराई जाएगी : महापौर विनोद अग्रवाल

मुरादाबाद, 5 नवम्बर (Udaipur Kiran) । महानगर में स्मार्ट सिटी के तहत विकास की सुपरफास्ट एक्सप्रेस तो चल रही है, लेकिन पार्षदों के वार्डों की समस्याएं ज्यों की त्यों है। पार्षदों का कहना है कि नगर निगम बोर्ड की बैठक हुए आठ माह से अधिक का समय बीत गया है, जबकि तीन माह के अंदर बैठक हो जानी चाहिए। पुनः बैठक कराने को लेकर नगर निगम के अधिकारी बिल्कुल चितिंत नहीं है। वहीं महापौर विनोद अग्रवाल ने मंगलवार को बताया कि उपचुनाव परिणाम आने के बाद उपचुनाव की आचार संहिता हटते ही बोर्ड बैठक कराई जाएगी।

मुरादाबाद नगर निगम का चुनाव वर्ष 2023 मई माह में सम्ंपन हुआ था। तब पहली बैठक इसके तुरंत बाद 22 जून को हुई इसके बाद 10 जुलाई 2023, 27 सितंबर 2023, 4 मार्च 2024 को हुई थी। मार्च 2024 के बाद बोर्ड बैठक नहीं हुई है। आठ माह के लंबे अंतराल में बोर्ड बैठक नहीं होने से पार्षद अपने मुद्दे नहीं उठा पा रहे हैं। जबकि हर तीन महीने में बोर्ड की बैठक होने का नियम है। पार्षदों के अपने मुद्दों में पार्क, सफाई और सड़कों की समस्याएं हैं। तीन महीने लोक सभा चुनाव के कारण नगर निगम बोर्ड की बैठक नहीं हो पाई। इसके बाद कभी कांवड मेला तो कभी त्योहारी सीजन के चलते बैठक नहीं कर पाए। अब विधान सभा उप चुनाव के चलते आचार संहिता लग चुकी है। जिससे फिर बोर्ड बैठक लटक गई है। ऐसे में पार्षदों की समस्याओं के समाधान के अलावा नए प्रस्ताव भी पास नहीं हो पा रहे हैं।

भाजपा पार्षद दल के उप नेता सुरेंद्र विश्नोई ने कहा कि स्मार्ट सिटी योजना के तहत महानगर में विकास की रफ्तार बढ़ी जरूर है, लेकिन नगर निगम के 70 वार्डों के सभी पार्षदों के अपने मुद्दे बिना बोर्ड बैठक के ठंडे बस्ते में पड़े हैं। इसीलिए हमें बोर्ड बैठक का इंतजार है। पिछले आठ महीने से बोर्ड बैठक नहीं हो पाई है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से ठीक पहले बोर्ड बैठक मार्च 2024 में हुई थी। तब से अभी तक बोर्ड बैठक नहीं हुई है।

महापौर विनोद अग्रवाल ने बताया कि नगर निगम कार्यकारिणी ओर बोर्ड की बैठक में शहर के समग्र विकास की चर्चा होती है। जिसमें सफाई, सड़कों को लेकर सभी 70 वार्डों को लेकर जरूरी निर्णय लिए जाते हैं। लेकिन, फिर भी पार्षदों के अपने मुद्दे होते हैं। बोर्ड बैठक उप चुनाव के बाद कराई जाएगी।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जयसवाल

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