कानपुर, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं मृदा संरक्षण समिति ऑफ़ इंडिया नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में मृदा,जल एवं ऊर्जा प्रबंधन द्वारा सतत कृषि और आजीविका सुरक्षा विषय पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतिम दिन तक 140 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। यह जानकारी कार्यक्रम आयोजक डॉक्टर मुनीश कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि तकनीकी सत्र में वैज्ञानिकों, शोध छात्रों द्वारा पावर पॉइंट, पोस्टर एवं मौखिक प्रस्तुतीकरण शोध पत्रों का किया गया। तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में 140 से अधिक शोध पत्रों का पोस्टर तथा मौखिक प्रस्तुतीकरण किया गया। जबकि प्रमुख 16 से अधिक प्रमुख शोध पत्र (लीड रिसर्च पेपर) का पावर पॉइंट प्रस्तुतिकरण देश के विभिन्न प्रांतों से आए वैज्ञानिकों ने किया ।
उन्होंने बताया कि प्लांट प्रोटक्शन राइट नई दिल्ली से आए डॉक्टर उमाकांत दुबे ने उपस्थित कृषकों को भारत सरकार द्वारा दी जा रही विभिन्न योजनाओं में सब्सिडी की जानकारी दी।साथ ही देश में किसानों के अधिकार पर विस्तार से बताया। समापन के मौके पर उत्कृष्ट शोध की प्रस्तुतीकरण के लिए वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया। तत्पश्चात वैज्ञानिकों द्वारा आईपीएम प्रयोगशाला कृषि संग्रहालय तथा फील्ड विजिट भी किया ।
कार्यक्रम समापन पर मुनीश कुमार ने सभी आए अतिथियों को धन्यवाद दिया।इस अवसर पर डॉक्टर कौशल कुमार ,डॉक्टर सर्वेश कुमार सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / रामबहादुर पाल