

—दर्शन के लिए मंदिर में अनवरत कतार,09 फरवरी से 13 फरवरी शाम तक 33 लाख 56 हजार लोगों ने मंदिर में हाजिरी लगाई
वाराणसी,13 फरवरी (Udaipur Kiran) । प्रयागराज महाकुंभ से काशी लौट रहे लाखों श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में अनवरत हाजिरी लगा रहे है। मंदिर में श्रद्धालुओं के आने और चढ़ावा का नित नया रिकार्ड बन रहा है। दर्शनार्थियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था की है। इसका ही देन है कि मंदिर में 09 फरवरी से 13 फरवरी की रात्रि 09 बजे तक कुल 33 लाख 56 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई।
मंदिर न्यास के जारी आंकड़ों के अनुसार 09 फ़रवरी को 5,96,745,10 फ़रवरी को 6,12,980,11 फरवरी को 7,19,225,12 फरवरी को 7,78,697 और 13 फरवरी को रात्रि 09 बजे तक 6,48,712 श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर लिया था। जबकि लाखों श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए कतारबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मंदिर में अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता व्यवस्था के लिए अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं। दर्शनार्थियों की सुगमता के लिए विशेष मार्ग दर्शन एवं लाइन व्यवस्था भी बनाई गई है जिससे सहज एवं सुरक्षित व्यवस्था रहे। न्यास ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि स्थानीय पुलिस, प्रशासन और मंदिर के निर्देशों का पालन करें और अन्य भक्तों का भी ध्यान रखते हुए संयम, भक्ति और श्रद्धा के साथ बाबा विश्वनाथ जी का दर्शन करें।
मंदिर के सीईओ ने गंगा द्वार तक किया निरीक्षण
श्री काशी विश्वनाथ धाम में भक्तों की भारी भीड़ का अटूट सिलसिला जारी है। बाबा विशेशर के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं को सुविधाजनक तरीके से दर्शन पूजन कराने और उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए मंदिर न्यास के अधिकारी लगातार भ्रमण कर रहे है। गुरुवार को श्रद्धालुओं के लिए धाम में जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के लिए मंदिर के सीईओ विश्व भूषण एवं अन्य अधिकारियों ने गेट नंबर चार से लेकर गंगा द्वार तक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने दर्शन के लिए दूर-दूर से आए कतारबद्ध श्रद्धालुओं से बातचीत कर व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।अधिकारियों ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं से धाम की सुविधाओं को लेकर बातचीत की, वहीं छोटे बच्चों को पुचकारते हुए उन्हें चॉकलेट, टॉफी भी बांटी। मंदिर के सीईओ ने धाम में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए न्यास के कार्मिकों को मुस्तैद रहने और आए प्रत्येक श्रद्धालु यहां से अच्छी स्मृति लेकर लौटे इसके लिए समुचित व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
