हरिद्वार, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । सीबीआई इंस्पेक्टर बताकर युवती को फोन कर उसके भाई को हत्या के केस से बचाने के नाम पर आठ लाख रुपये मांगने का मामला प्रकाश में आया है। युवती ने घबराकर तत्काल पचास हजार की रकम अलग-अलग अकाउंट से आनलाइन भेज दी। पचास हजार की रकम भेजने के बाद युवती का माथा ठनका और उसने अपने पिता व भाई से संपर्क किया। दोनों घर पर सकुशल मिले। युवती ने अपने साथ हुई ठगी की तहरीर पुलिस को दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्रांतर्गत शिव विहार कालोनी आर्यनगर निवासी टीना त्रिपाठी ने पुलिस में तहरीर देकर पचास हजार रुपये की ठगी होने का मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में जानकारी दी कि छह जून को उसके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से काल आई। काल करने वाले व्यक्ति ने अपना परिचय सीबीआई इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा के रूप में दिया। व्हाटसअप पर अपने नाम का परिचय पत्र भी भेजा। काल करने वाले सीबीआई इंस्पेक्टर ने युवती को जानकारी दी कि उसका भाई वकील की हत्या में फंस गया है। हत्या केस से बाहर निकालने के लिए आठ लाख रुपये मांग की गयी।
महिला ने बताया कि फोन पर बात करते समय किसी के चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। भाई के हत्या के केस में फंसने से घबराकर उसने अलग-अलग भेजे गए अकाउंट में पचास हजार की रकम ट्रांसफर कर दी। रकम भेजने के बाद युवती का माथा ठनका। तब उसने उदयपुर राजस्थान में रह रहे पिता भाई से संपर्क किया। उसके पिता व भाई घर पर सकुशल थे। पीड़िता की तहरीर दर्ज मुकदमे की जांच शुरू कर दी है। पचास हजार की ठगी करने वाले की तलाश में साइबर सेल व सीआईयू से मदद ली जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / दधिबल यादव