
जम्मू, 18 मई (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू और कश्मीर ने होलकर राजवंश की महान रानी पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होल्कर के सम्मान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जो अपने दूरदर्शी शासन, समावेशी नेतृत्व और अथक सामाजिक सुधारों के लिए जानी जाती थीं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं और गणमान्य व्यक्तियों को उनके अनुकरणीय जीवन और उनके मूल्यों से आधुनिक शासन को कैसे प्रेरणा मिलती है के बारे में शिक्षित करना था।
डॉ. अलका गुर्जर ने अहिल्याबाई को महानतम सामाजिक कार्यकर्ताओं में से एक बताते हुए उनके जनोन्मुखी शासन और नेतृत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई का शासन भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है, जहां विकास, अध्यात्म और न्याय एक साथ फले-फूले। उन्होंने जाति-पंथ के भेदभाव के बिना पूरे भारत में सड़कें, घाट, मंदिर और तीर्थ सुविधाएं बनवाईं। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा और विधवाओं के लिए संपत्ति और बच्चा गोद लेने के अधिकार में ऐल्याबाई की अद्वितीय भूमिका पर जोर दिया। अलका गुर्जर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपेक्षित और वंचितों को प्रतिनिधित्व और वरीयता देकर अहिल्याबाई के विजन को आगे बढ़ा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी जी का ‘आत्मनिर्भर भारत, स्टार्ट-अप इंडिया, स्टैंड-अप इंडिया’ पर जोर, भ्रष्टाचार को कम करने के साथ सुशासन प्रदान करने का विजन अहिल्याबाई की विचारधारा का प्रतिबिंब है। प्रिया सेठी ने अहिल्याबाई होल्कर के जीवन का विस्तृत विवरण देते हुए कहा कि वह साहस, करुणा और चरित्र का एक दुर्लभ उदाहरण थीं। व्यक्तिगत त्रासदियों के बावजूद, वह एक शक्तिशाली प्रशासनिक नेता के रूप में उभरीं जिन्होंने पूरे भारत में मंदिर, धर्मशालाएं (सार्वजनिक शौचालय मुफ्त) और सार्वजनिक उपयोगिताओं का निर्माण किया। उनके शासनकाल को आज भी न्याय, शांति और समृद्धि के लिए याद किया जाता है। अंकिता गुप्ता ने एक सुधारक के रूप में अहिल्याबाई होल्कर के योगदान पर जोर दिया उन्होंने कहा कि वह महिलाओं को सशक्त बनाने और वंचितों के उत्थान में अपने समय से बहुत आगे थीं।
उन्होंने व्यक्तिगत रूप से विधवाओं और गरीबों की जरूरतों को देखा और समाज में उनकी गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित की। अधिवक्ता विबोध गुप्ता ने अहिल्याबाई होल्कर के आदर्शों पर आधारित आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि भाजपा उनके संदेश को सामाजिक जागरूकता अभियान, महिला सशक्तीकरण कार्यक्रमों और उनके सेवा-उन्मुख शासन मॉडल से प्रेरित जमीनी स्तर की पहल के माध्यम से आगे बढ़ाएगी। कार्यक्रम की कार्यवाही संजीता डोगरा द्वारा संचालित की गई और कार्यशाला के सह-संयोजक अमर सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया जिन्होंने सत्र को सुव्यवस्थित और आकर्षक बनाए रखा।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
