Uttar Pradesh

उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था बन चुकी है ‘मॉडल फॉर इंडिया’: संदीप सिंह

मुख्यमंत्री के साथ मंत्री संदीप सिंह

लखनऊ, 26 मई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था अब केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह जनविश्वास और भविष्य निर्माण की मजबूत नींव बन चुकी है। लोक भवन में आयोजित बेसिक शिक्षा विभाग की विभिन्न परियोजनाओं के शुभारम्भ, शिलान्यास, लोकार्पण और उद्घाटन समारोह में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था देश के लिए एक मॉडल बन चुकी है।

मंत्री ने कहा कि बीते आठ वर्षों में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा विभाग ने जो कार्य किए हैं, वे केवल आंकड़ों की गिनती नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों को सशक्त बनाने की ठोस योजना हैं। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत 1,32,852 परिषदीय विद्यालयों को 11,000 करोड़ रुपये की लागत से नया स्वरूप दिया गया है। 2017 में जहां केवल 36 फीसदी स्कूल ही निर्धारित मानकों पर खरे उतरते थे, वहीं आज यह आंकड़ा 96 प्रतिशत से ऊपर पहुंच चुका है।

उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश शिक्षा में देश के अग्रणी राज्यों में है। यह केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि सशक्त, समावेशी और शिक्षित समाज के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को इंटरमीडिएट स्तर तक उच्चीकृत किया गया, जिनमें से 683 में स्मार्ट क्लास, आईसीटी लैब, अतिरिक्त कक्ष और छात्रावास का निर्माण हो चुका है। आईआईटी गांधीनगर के सहयोग से ‘क्यूरियोसिटी कार्यक्रम’ की शुरुआत भी की गई है।

मंत्री ने कहा कि एनसीईआरटी आधारित पाठ्यक्रम एससीईआरटी के माध्यम से लागू किया गया है और पाठ्यपुस्तकों की समय से आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। ‘लर्निंग बाय डूइंग’ कार्यक्रम के तहत 2274 विद्यालयों में चार ट्रेड्स और 205 टूल्स से बच्चों को व्यावहारिक ज्ञान दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि 21 मई से 10 जून तक चलने वाले समर कैंप में छात्रों को जीवन कौशल और रचनात्मकता से जुड़े विषयों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें शिक्षकों व शिक्षामित्रों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है।

बेसिक मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि निपुण भारत मिशन के तहत कक्षा 1-2 के लिए ‘निपुण लक्ष्य ऐप’ और कक्षा 3-12 के लिए ‘निपुण प्लस ऐप’ लॉन्च किया गया है। डीबीटी के माध्यम से 1 करोड़ से अधिक बच्चों को 1,200 रुपये की धनराशि दी गई। मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय योजना के तहत 447.80 करोड़ रुपये का बजट और 66 मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालयों का शिलान्यास हुआ।

मंत्री ने बताया कि छह लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है। 18,381 स्मार्ट क्लास, 880 आईसीटी लैब और 2,61,530 टैबलेट वितरित किए गए हैं। 12.25 लाख पारदर्शी भर्तियां और 500 से अधिक शिक्षकों का ऑनलाइन स्थानांतरण भी संपन्न हुआ।

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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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