

पानीपत, 7 मई (Udaipur Kiran) ।
जिला सचिवालय में बुधवार को अचानक तेज सायरन की आवाज सुनाई पड़ी। हकीकत में ऐसा कुछ भी नहीं था, यह अधिकारिक तौर पर मॉक ड्रिल की सूचना थी,
पुलिस उप अधीक्षक सतीश वत्स इस मॉक ड्रिल में आम नागरिकों को सचेत कर रहे थे कि सब कुछ नियंत्रण में है।
घबराने की कोई जरूरत नहीं है। स्थिति पर काबू पा लिया गया है। बिल्डिंग में फंसे कर्मचारियों को एक-एक करके बाहर निकाला जा रहा है।
अग्निशमन विभाग की टीम सीढ़ी के जरिए प्रथम फ्लोर पर फंसे कर्मचारियों को निकालने में अपनी अहम् भूमिका निभा रही थी इसी कड़ी में विभाग द्वारा निगम कार्यालय, इसराना तहसील, लघु सचिवालय समालखा, पानीपत जेल इत्यादि में मॉक ड्रिल की गई।
एसडीएम ब्रहमप्रकाश ने बताया कि यह मॉक ड्रिल एक तरह से नागरिकों के लिए एक संदेश देती है कि अगर कोई ऐसी स्थिति भविष्य में बनती है तो हमें घर पर कम से कम तीन दिन का राशन सुरक्षित रखना है।
डीडीएम ने बताया कि आज की मॉक ड्रिल में 7 कैजुअल्टी पाई गई हैं। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद विभिन्न अस्पतालों में रेफर किया गया है, जिनकी हालत ठीक है।
मॉक ड्रिल से पूर्व सुबह उपायुक्त डॉ वीरेंद्र कुमार दहिया ने जिले के विभिन्न अधिकारियों की बैठक भी रखी थी ।
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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
