
झज्जर, 6 मई (Udaipur Kiran) । किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए झज्जर जिले में 7 मई को व्यापक मॉक ड्रिल होगी। मॉक ड्रिल प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशन में दोपहर बाद शाम चार बजे से शुरू होगी। जिसमें जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण स्तर तक आपदा प्रबंधन की तैयारियों का आकलन किया जाएगा। मॉक ड्रिल की तैयारियों के लिए मंगलवार को राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव एस. नारायणन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक ली। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सलोनी शर्मा की अध्यक्षता में सीटीएम रविंद्र मलिक, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल, डीआईपीआरओ सतीश कुमार और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।
एडीसी सलोनी शर्मा ने बताया कि यह मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति में प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए आयोजित की जा रही है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि ड्रिल के दौरान घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यह केवल एक अभ्यास है। जिसमें विभागों को आपदा के समय आपसी समन्वय से बेहतर तरीके से आपदा से निपटने का प्रशिक्षण है। सलोनी शर्मा ने बताया कि मॉक ड्रिल शुरू होने पर पूरे जिले में सायरन बजाया जाएगा , जो आपातकालीन स्थिति का सूचक होगा। जिला मुख्यालय के अलावा गांव स्तर तक मॉक ड्रिल के दौरान आपदा प्रबंधन तैयारियों को परखा जाएगा। आपदा प्रबंधन विभाग को सभी जरूरी उपकरणों को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। मॉक ड्रिल से पहले ड्राइ रन भी किया जाएगा, ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। ड्रिल के माध्यम से जिला प्रशासन अपनी आपातकालीन तैयारियों को और सुदृढ़ करेगा।
एडीसी ने जिला के लोगों से मॉक ड्रिल के दौरान पूर्ण सहयोग करने की अपील की, ताकि प्रशासन तैयारियों का सटीक आकलन कर सके। उन्होंने दोहराया कि सायरन या ड्रिल की गतिविधियों से घबराने की जरूरत नहीं है। यह मॉक ड्रिल प्रशासन की तैयारियों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
मॉक ड्रिल के सुचारू संचालन के लिए जिला मुख्यालय पर एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। यह कंट्रोल रूम आपदा प्रबंधन के दौरान सभी प्रकार के कम्युनिकेशन का केंद्र होगा, जहां से संबंधित विभागों को निर्देश और सूचनाएं दी जाएंगी।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
