
धमतरी, 22 मार्च (Udaipur Kiran) । जिले के मनरेगा कर्मी पांच महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण आर्थिक संकट से गुजर रहे है। जिसको लेकर 22 मार्च को छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोमा श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र सरसिहा, धरम सिंह, डुमन लाल ध्रुव, रामचंद खरे और दीपक सोनी ने बताया कि विगत पांच माह से वेतन नहीं मिलने के कारण कार्य क्षेत्र में आने जाने के लिए, बच्चों की स्कूल फीस, पारिवारिक आपातकालीन चिकित्सा, राशन एवं दैनिक मूलभूत जरूरत के सामान के लिए राशि के अभाव में सभी मनरेगा कर्मियों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। मनरेगा कर्मियों ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित बजट का कार्य नौ माह में पूर्ण कर लिया है। जिला पंचायत सीईओ को मनरेगा कर्मियों के लंबित वेतन भुगतान करने ज्ञापन सौंपा। जिले के मनरेगा कर्मचारी महासंघ ने ज्ञापन में कहा कि नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक मनरेगा कर्मियों के सेवा एवं सामाजिक सुरक्षा के लिए मानव संसाधन नीति तत्काल लागू किया जाएं। पूर्व में किए गए हड़ताल अवधि का वेतन तत्काल प्रदान किया जाएं। विगत पांच माह से लंबित वेतन और मानदेय का भुगतान तत्काल किया जाए। मनरेगा कर्मियों से केंद्र व राज्य शासन के निर्देशानुसार महात्मा गांधी नरेगा योजना के अलावा अन्य कोई कार्य न लिया जाएं। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी भावेश योगी, कुंती देवांगन, टीकाराम यादव, टोकेश्वर पुजारी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
