
गुवाहाटी, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । असम विधानसभा के बजट सत्र के बारहवें दिन सदन में अभूतपूर्व घटना घटी। सत्तारूढ़ दल के विधायक रूपज्योति कुर्मी ने विपक्षी विधायक अखिल गोगोई और शेरमान अली के भाषण के दौरान गुस्से में उनकी सीट की ओर झपट्टा मारा। इस घटना के बाद सदन में हंगामा मच गया और कुछ समय तक कार्यवाही बाधित रही।
विपक्षी विधायकों ने रूपज्योति कुर्मी के निलंबन की मांग की, लेकिन विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. नोमल मोमिन ने कड़ी कार्रवाई नहीं की। इस फैसले से नाराज होकर कांग्रेस, एआईयूडीएफ और अन्य विपक्षी दलों ने 10 मिनट के लिए सदन से बहिर्गमन किया।
यह घटना कटौती प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान हुई, जब रूपज्योति कुर्मी अपने निर्वाचन क्षेत्र में सड़क और पुल निर्माण को लेकर सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे। इसी दौरान अखिल गोगोई और शेरमान अली ने अपनी बात रखने की कोशिश की, जिससे नाराज होकर कुर्मी अपनी सीट से उठकर विपक्षी विधायकों की ओर बढ़ गए। मार्शल्स को हस्तक्षेप करना पड़ा। स्थिति को शांत करने में समय लगा।
बाद में, कुर्मी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा, मुझे उठकर नहीं जाना चाहिए था। मैंने कोई गलत बात नहीं कही, लेकिन मैं अपनी हरकत के लिए माफी मांगता हूं।
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक शेरमान अली ने कहा, असम विधानसभा में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। यह एक निंदनीय घटना है। स्पीकर को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने हल्की सजा दी। रूपज्योति कुर्मी को पूरे साल के लिए निलंबित किया जाना चाहिए।
विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया ने कहा, विपक्षी विधायक पर हमला करने जैसी घटना असम विधानसभा के इतिहास में कभी नहीं हुई। हम मुद्दों पर चर्चा करने आए थे, लेकिन यहां मारपीट हो रही है। यह अस्वीकार्य है।
इस अभूतपूर्व घटना के कारण बजट सत्र का बारहवां दिन असम विधानसभा में काफी हंगामेदार रहा।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
