मुंबई,26 सितंबर ( हि.स.) । ठाणे में बढ़ते हुए प्याज के दामों को देखते हुए आज बीजेपी के विधायक संजय केलकर ने आम लोगों को सस्ती और अच्छी प्याज देने के लिए ठाणे में चार केंद्र शुरू किए हैं। दावा किया है कि अच्छी गुणवत्ता वाली प्याज सिर्फ 35रुपए किलो की दर से उपलब्ध कराई जा रही है।बताया जाता है कि पिछले कई दिनों से प्याज की कीमतें बढ़ती जा रही हैं और घटिया क्वालिटी का प्याज 60 से 80 रुपये तक बिक रहा है. ।इससे गृहणियों का आर्थिक गणित बिगड़ गया है और वे रो-रोकर बेहाल हो गयी हैं.। ठाणे शहर के विधायक संजय केलकर ने आज कहा कि बीजेपी की पहल से ठाणे की महिलाओं को राहत मिल रही है और उन्हें आधी कीमत यानी 35 रुपये प्रति किलो पर अच्छी गुणवत्ता वाली प्याज मिलने लगी है.।
प्याज का उत्पादन घटने और बारिश के कारण प्याज की आवक कम हो गई है. इसलिए खुदरा बाजार में भी निम्न गुणवत्ता वाला प्याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. ।प्याज के दाम बढ़ने से महिलाओं की आंखों में पानी आने लगा है, लेकिन उन्हें यह प्याज न चाहते हुए भी खरीदना पड़ रहा है। विधायक संजय केलकर एक बार फिर ठाणेकरों के लिए . संस्कार संस्था, जिसके वे अध्यक्ष हैं, के माध्यम से और केंद्र सरकार के राष्ट्रीय उपभोक्ता मंच (एनसीसीएफ) के सहयोग से, ठाणे में अच्छी गुणवत्ता वाला प्याज सिर्फ 35 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध कराया गया है। पांच किलो प्याज महज 175 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है.।
फिलहाल, ठाणे में चार स्थानों पर बिक्री केंद्र शुरू किए गए हैं। जल्द ही और भी केंद्र शुरू किये जायेंगे. आज पहले दिन 15 टन अच्छी गुणवत्ता वाली प्याज उपलब्ध है और न लाभ न हानि के आधार पर बेची जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहले दिन गुरुवार को चंदनवाड़ी में चार हजार से अधिक और विष्णुनगर स्थित केंद्र में डेढ़ हजार से अधिक महिलाओं ने इस पहल का लाभ उठाया.।
जैसे-जैसे प्याज उपलब्ध होगा बिक्री केंद्र बढ़ाए जाएंगे। आयोजकों ने बताया कि शनिवार को केंद्रों की संख्या बढ़ जाएगी। इस गतिविधि से महिलाओं में उत्साह का माहौल है।
उल्लेखनीय हैं कि विधायक संजय केलकर के माध्यम से हर वर्ष आम उत्सव एवं किसान सप्ताह बाजार का आयोजन किया जाता है। इस पहल के माध्यम से किसानों और आम नागरिकों के बीच सीधा मिलन होने से नागरिकों को उचित मूल्य पर अच्छी गुणवत्ता वाली सब्जियां, हापुस और आम मिलते हैं। चूँकि इस लेन-देन में कोई बिचौलिया नहीं है, इसलिए दोनों पक्षों को लाभ होता है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा