RAJASTHAN

विधानसभा में बोले विधायक आक्या, डार्क जोन से निकाले चित्तौड़ को, नहीं आ रहे नए उद्योग

चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभानसिंह ने विधानसभा में रखे दो विषय।

चित्तौड़गढ़, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । चित्तौडगढ़ विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने सोमवार को विधानसभा में दो विषय रखें। इसमें उन्होंने चित्तौड़गढ़ जिले को डार्क जोन से बाहर रखने की बात कही है। इससे कि नए उद्योग जिले में स्थापित हो सके।

विधायक आक्या ने विधानसभा में कहा कि जिले को पूर्व में पानी की कमी बताते हुए डार्क जोन में रखा गया था। चित्तौड़गढ़ जिले में हिन्दूस्तान जिंक, सीमेंट उद्योग, मार्बल इण्ड्रस्टीज सहित अनेक ओद्यौगिक संस्थान है। डार्क जोन में होने के कारण इन ओद्यौगिक संस्थानों के साथ किसानों व आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नए उद्योग भी नहीं लग पा रहे है और नलकूप लगाने के लिए भी स्वीकृति लेनी पड़ रही है। वर्तमान भौगोलिक परिस्थिति में चित्तौड़गढ़ जिले का वाटर लेवल बढ गया है। अतः जिले को डार्क जोन में रखने का कोई ओचित्य नहीं बनता है।विधायक आक्या ने सदन में ही मंत्री से आदेश पर पुनर्विचार कर डार्क जोन से हटाने की मांग रखी। इस पर मंत्री की और से पुनर्विचार करने का आश्वासन दिया।

इधर, विधायक आक्या ने जनजाति क्षेत्र विकास का मुद्दा उठाते हुए मंत्री से विधानसभा क्षेत्र में विकास कराने का बात कही।विधायक आक्या ने सदन में जनजाति क्षेत्र विकास मंत्री बाबूलाल खराडी के उत्तर के जवाब में कहा कि माडा योजना में चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र में 42 गांव आते है। चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र की 19 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति वर्ग में आती है। पूर्व में भी उनके द्वारा इन गांवों के विकास के लिए प्रस्ताव भेजे गए थे लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा कार्य नहीं कराये गए थे।विधायक आक्या ने मंत्री बाबूलाल खराडी से उनके विधानसभा क्षेत्र में जनजाति क्षेत्र विकास के अन्तर्गत आने वाले गांवों में प्राथमिकता के आधार पर कार्य कराने का अनुरोध किया। इस पर मंत्री खराडी ने सदन में ही विधायक आक्या को आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी और से कार्यो के समस्त प्रस्ताव पर प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य करवाए जाएंगे।

(Udaipur Kiran) / अखिल तिवारी

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