Bihar

माले महासचिव कॉ दीपंकर भट्टाचार्य ने  तटबंध के कटाव स्थल का निरीक्षण किया

कटाव स्थल का निरीक्षण

सहरसा, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran) ।

भाकपा माले महासचिव कॉ दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में पार्टी नेताओं की एक टीम के साथ प्रलयकारी बाढ़ आने से हुए हताहत लोगों से रविवार को मुलाकात की।वही बाढ़ से हुए नुकसान और सरकार के राहत-बचाव कार्य का जायजा लिया।

माले महासचिव ने दीपंकर भट्टाचार्य ने राज्य सरकार पर जमकर बरसे कहा कि पूरा उत्तर-पूर्व बाढ़ की तबाही झेल रहा है। हज़ारों लोग बेघर हो गए हैं लेकिन बिहार की भाजपा-जदयू सरकार 7 हज़ार रुपये की मामूली सहायता देकर अपनी जिम्मेवारी से मुक्त हो गई है।उन्होंने कहा कि इससे भी निंदनीय यह है कि नीतीश कुमार बाढ़ सहित राज्य की अन्य समस्याओं पर फोकस करने की बजाय 2025 के चुनाव की योजना बना रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि उन्हें जनता की नहीं बल्कि अपनी कुर्सी की चिंता है।उन्होंने कहा कि कोसी के तटबंधों का भाजपा-नीतीश सरकार में दो बार टूटना बड़ा सवाल करता है यह सरकार की आपराधिक लापरवाही को दर्शाता है। आत्ममुग्ध सरकार जमीनी हकीकत से पूरी तरह कट सी गई है जिन लोगों के घर ध्वस्त हो गए। उन परिवारों के लिए 7 हजार राहत की घोषणा ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।

उन्होंने औराई(मुजफ्फरपुर) में राहत मांग रहे लोगों पर लाठीचार्य निंदनीय है।बाढ़ प्रभावित इलाके के दौरे पर आनेवाली टीम में पार्टी के युवा विधायक संदीप सौरभ, एमएलसी शशि यादव, पार्टी के मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा, कोसी प्रभारी बैद्यनाथ यादव, केंद्रीय कमिटी सदस्य कुमार परवेज, संतोष सहर सहित अन्य नेतागण शामिल थे।बाढ़ की तबाही को देखते हुए सरकार को खुद पहल लेकर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए थी और राहत, फसल क्षति मुआवजा व बाढ़ के स्थाई समाधान पर बातचीत करनी चाहिए थी लेकिन ऐसा उसका कोई विचार नहीं है।

बाढ़ से सहरसा, दरभंगा, मधुबनी, और समस्तीपुर जिले के लगभग 50 हजार वर्ग किलोमीटर के दायरे में दसियों हजार परिवार बुरी तरह प्रभावित है जहां तटबंध टूटा है वहां बस्तियां विलीन हो गई हैं एक दो ही घर बचे हैं दर्जनों रोड, पुल पुलिया और संपर्क पथ ध्वस्त हो गए हैं. स्कूलों के कैम्पस में पानी है. फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है और रबी फसल होने की भी कोई उम्मीद नहीं रह गई है माल मवेशी का भारी नुकसान हुआ है बचे मवेशियों के सामने चारा का संकट है साथ ही बाढ़ पीड़ित परिवार के सामने भोजन और इलाज का संकट झेल रहे है। भूभौल(दरभंगा) में कटाव के कारण सामने का गांव पूरी तरह बर्बाद हो गया है। वही सहरसा के नवहट्टा व महिषी के तटबंध के अंदर के लोगों को भारी पैमाने पर क्षति हुई है। जिला में माले के आह्वान पर बदलो बिहार न्याय यात्रा 16-25 जो सहरसा से दरभंगा होते हुए विभूतिपुर (समस्तीपुर) तक निकाला जाएगा।

(Udaipur Kiran) / अजय कुमार

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