
जींद, 17 अप्रैल (Udaipur Kiran) । प्रदेश के आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा पोषण ट्रैकर पोर्टल पर दर्शाए आंकड़ों को जांचने के लिए मिजोरम से सर्कल अधिकारी ललहरनल मौर्या और जोहन राटले के नेतृत्व में टीम चांदपुर गांव में गुरूवार को पहुंची। जिसमेें अधिकारियों ने पोषण टै्रकर पोर्टल पर दर्शाए आंकड़ों को बारीकी से जांचा। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला परियोजना अधिकारी कांता यादव व सीडीपीओ संतोष यादव ने की।
सीडीपीओ संतोष यादव ने बताया कि कुपोषित बच्चों कीे पहचान और प्रबंधन हेतू आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा पोषण टै्रकर पोर्टल पर बच्चों की स्थिति तथा अन्य पहलुओं को भरा जाता है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पोषण के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है। कुपोषण की पहचान, प्रबंधन तथा स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित क रना है। इसके तहत छह साल से कम आयु के बच्चों की जीवनशैली पर फोकस करना है। आंगनवाड़ी में बच्चों के बीच योग सत्र, खेलकूद, पोषण रैली, एनीमिया जागरूकता शिविर, लंच बाक्स प्रतियोगिता और समूह चर्चाओं का आयोजन किया जाता है। जिसमें आंगनवाड़ी को पोषण टैकर पोर्टल से जोड़ा जाता है।
जिसके जरिये पोषण स्तर की निगरानी की जाती है। इसी के मध्यनजर टीम ने चांदपुर गांव में आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा पोषण टै्रकर पोर्टल पर दर्शाए आंकड़ों को बारीकी से जांचा है। भारत में कुपोषण को कम करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण की निगरानी के लिए एक डिजिटल उपकरण है। इस अवसर पर सुपरवाइजर सरोजबाला, डीसीपीओ अमित शर्मा, रविंद्र कुमार, ब्लाक कोर्डिनेटर सत्या, राजरानी तथा आंगनवाड़ी वर्कर सुदेश नगूरां आदि उपस्थित थी।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
