Gujarat

गुजरात से महाराष्ट्र सीमा में तेंदुओं को छोड़ने की बात को मंत्री ने खारिज किया

मुकेश पटेल

-वन मंत्री ने तेंदुए को नदी पार कराने के वीडियो को फेक बताया

सूरत, 25 जनवरी (Udaipur Kiran) । गुजरात से सटे महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने गुजरात के वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महाराष्ट्र के सीमावर्ती लोगों को दावा है कि गुजरात से पकड़े जाने वाले तेंदुओं को वन विभाग महाराष्ट्र के गांवों की ओर छोड़कर चला जाता है। इस संबंध में नदी में नाव के जरिए तेंदुए को छोड़ते भी दिखा गया है दूसरी ओर महाराष्ट्र के ग्रामीणों के इस आरोप को गुजरात सरकार के वन एव पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेश पटेल ने सिरे से खारिज कर दिया है।

गुजरात के ग्रामीण क्षेत्रों में घुस आए तेंदुओं को वन विभाग पिंजरा रखकर पकड़ता है। महाराष्ट्र के ग्रामीणों का कहना है कि इन तेंदुओं को गुजरात का वन विभाग महाराष्ट्र के नंदुरबाग जिले के जंगलों में छोड़ देता है। इससे वह तेंदुए महाराष्ट्र के गांवों में आ जाते हैं। इससे उनकी जान-माल को खतरा होता है। इस संबंध में ग्रामीणों ने एक वीडियो भी वायरल किया है। ग्रामीणों का कहना है कि दक्षिण गुजरात के महाराष्ट्र बॉर्डर के समीप गांवों में नर्मदा नदी के जलमार्ग से बार्ज बोट के जरिए तेंदुए को मणिबेली और चीमलखेडी क्षेत्र में लाया जाता है। ग्रामीणों का आरोप है कि गुजरात वन विभाग के अधिकारी बार्ज बोट में पिंजरे में बंद तेंदुआ को लेकर नंदुरबार जिले के मणिबेली और चीमलखेडी क्षेत्र में छोड़ने आए थे। इस दौरान ग्रामीणों को इसकी खबर मिल गई, जिससे उन्होंने इसका उग्र विरोध शुरू कर दिया। इसकी वजह से वन विभाग के अधिकारी पिंजरा लेकर लौट गए। ग्रामीणों के अनुसार पिछले तीन महीनों में 3-4 तेंदुओं को छोड़ा गया है। नर्मदा नदी के किनारे 33 गांव है, जहां स्कूल और आवासीय क्षेत्र हैं। दूसरी ओर इस समग्र मामले में गुजरात सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री मुकेश पटेल ने कहा कि उनके पास वीडियो वायरल होकर आया है। हमारे वन विभाग के अधिकारी कभी भी तेंदुओं का रेस्क्यू कर उन्हें अन्य राज्यों में नहीं भेजते हैं। गुजरात के पास पर्याप्त जगह है, गुजरात में कई बड़े जंगल है, तो वन विभाग भला क्यों ऐसा करेगा। गुजरात सरकार अधिकांश मामलों में तेंदुओं पर चिप लगाती है और उनकी मूवमेंट पर नजर रखती है। उन्होंने इसे वन विभाग को बदनाम करने की साजिश करार देते हुए कहा कि बोट देखा है, लेकिन कौन सी नदी है, इसका पता नहीं चलता है।

—————

(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय

Most Popular

To Top