Assam

बाढ़ सुरक्षा उपायों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी: मंत्री पीयूष

गुवाहाटी: जल संसाधन विभाग के विशेष मुख्य सचिव एस अब्बासी, फ्रेमा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जीवन बी, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, वरिष्ठ अधिकारी और ठेकेदारों के साथ बैठक करते हुए राज्य के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका।

गुवाहाटी, 14 मई (Udaipur Kiran) । बरसात का मौसम करीब आते ही जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने बुधवार को राजधानी के बशिष्ठ स्थित जल भवन में विभाग के इंजीनियरों, अधिकारियों और ठेकेदारों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में असम की बाढ़ और नदी कटाव प्रबंधन एजेंसी (फ्रेमा) के तहत चल रहे बाढ़ और कटाव नियंत्रण उपायों की प्रगति की समीक्षा की गई।

मंत्री हजारिका ने बैठक में बाढ़ न्यूनीकरण सामग्री जैसे जियो बैगों, पोरक्यूपाइनों और अन्य जरूरी संसाधनों की उपलब्धता और उनके भंडारण की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी चिह्नित संवेदनशील और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में समय रहते पर्याप्त मात्रा में सामग्री की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने फील्ड सर्वे के जरिए पहचाने गए 216 संवेदनशील स्थलों पर त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और अधिकारियों व ठेकेदारों को तय समय-सीमा में काम पूरा करने के निर्देश दिए। मंत्री ने स्पष्ट किया कि कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और गैर-पालन की स्थिति में जिम्मेदारी तय की जाएगी।

मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार लोगों के जीवन और संपत्ति को हर साल आने वाली बाढ़ और कटाव से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं स्थलों का दौरा कर कार्यों की प्रगति की निगरानी करेंगे और सभी संबंधित पक्षों को समन्वय के साथ कार्य करने और पूरी तत्परता के साथ तैयार रहने को कहा।

हजारिका ने दोहराया कि विभाग को सक्रिय योजना और सार्वजनिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बाढ़ और नदी कटाव के प्रभाव को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत रहना होगा।

आज की बैठक में जल संसाधन विभाग के विशेष मुख्य सचिव एस अब्बासी, फ्रेमा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जीवन बी, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता, वरिष्ठ अधिकारी और ठेकेदार उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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