
तामुलपुर (असम), 11 मई (Udaipur Kiran) । जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने बोड़ोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) के तामुलपुर जिले का दौरा कर बाढ़ और कटाव से सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली प्रमुख तटबंध परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। आगामी मानसून को देखते हुए यह निरीक्षण किया गया ताकि समय रहते प्रभावी इंतजाम किए जा सकें।
मंत्री ने जिले में निर्माणाधीन चार महत्वपूर्ण तटबंध परियोजनाओं का मौके पर जाकर विस्तृत निरीक्षण किया। इन सभी परियोजनाओं में अत्याधुनिक जियो मेगा ट्यूब तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे तटबंधों की मजबूती और दीर्घकालिक टिकाऊपन में वृद्धि होगी।
उन्होंने सबसे पहले गोरेश्वर के निकट दिकपार (घाटिरपाम) क्षेत्र में सुकलई नदी के किनारे 3.5 किलोमीटर लंबे तटबंध का निरीक्षण किया, जो कि एसओपीडी (जी) योजना के तहत 5.75 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है। इसके बाद काकाटीचुबा (भोला झार) में 2.1 किलोमीटर लंबा तटबंध (लागत: 2.65 करोड़ रुपये), फिर तामुलपुर में पालोकाटा से बालाबाड़ी तक 4.7 किलोमीटर की परियोजना (लागत: 6.44 करोड़ रुपये) और अंत में चापाटल से गोहाईं कमल अली तक तीन किलोमीटर लंबे तटबंध (लागत: 5.10 करोड़ रुपये) का निरीक्षण किया। इस वर्ष तामुलपुर जिले में कुल 13 किलोमीटर तटबंधों का निर्माण प्रस्तावित है।
मीडिया से बात करते हुए मंत्री हजारिका ने कहा कि जियो मेगा ट्यूब तकनीक से बने ये तटबंध न सिर्फ अधिक टिकाऊ हैं, बल्कि बाढ़ और तटकटाव से दीर्घकालिक सुरक्षा भी प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में असम सरकार बीटीआर के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और बाढ़ नियंत्रण इसमें एक प्रमुख प्राथमिकता है।
मंत्री ने यह भी कहा कि बेहतर बाढ़ प्रबंधन से न केवल अवसंरचना की रक्षा होगी, बल्कि कृषि उत्पादन और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टी यूपीपीएल के नेतृत्व में बीटीआर में तीव्र विकास की शुरुआत हो चुकी है और जनता के समर्थन से यह गति और भी तेज होगी।
इस दौरे के दौरान उनके साथ तामुलपुर के विधायक जोलेन दैमारी, असम यूथ कमीशन के सदस्य रातुल शर्मा, बीटीआर के कार्यकारी सदस्य रनेंद्र नार्जारी, जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
