

अनूपपुर, 18 मई (Udaipur Kiran) । कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु आयोजित प्रशिक्षण कार्यशालाएं निश्चित ही उन्हें सशक्त बनाएंगी। इस प्रकार की योजनाएं न केवल महिलाओं को स्वावलंबी बनाने का मार्ग प्रशस्त करती हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी सुदृढ़ करती हैं। अनूपपुर जिले के पिपरहा गांव में दरी निर्माण कार्य से जुड़ी महिलाओं को जो प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, वह ग्रामीण महिलाओं के जीवन में एक सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। भविष्य में यह गांव दरी बनाने वाले शिल्पियों के लिए प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित करेगा। ऐसी योजनाएं नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो उन्हें न केवल रोजगार प्रदान करती हैं, बल्कि समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने में भी सहायक सिद्ध होती हैं।
यह बात रविवार को जिले के ग्राम पिपराहा में कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत 25 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जयसवाल ने कहीं। इस दौरान हथकरघा विभाग के प्रबंधक शिव शंकर पांडेय ने बताया कि पिपरहा गांव में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कौशल उन्नयन प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत 25 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण में 10 दीदियों को प्रतिदिन 3 घंटे तक दरी निर्माण का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक दीदी को 3000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही हथकरघा विभाग द्वारा सभी प्रतिभागियों को आवश्यक कच्चा माल भी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे प्रशिक्षण के दौरान गुणवत्तापूर्ण दरी तैयार करना सीख सकें। प्रशिक्षण पूर्ण करने के पश्चात दीदियां स्वयं का कुटीर उद्योग प्रारंभ कर सकेंगी, जिसमें वे स्वतंत्र रूप से दरी निर्माण कर सकेंगी। उनके द्वारा निर्मित दरी को हथकरघा विभाग क्रय करेगा, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ प्राप्त होगा और वे स्वावलंबी बन सकेंगी। यह योजना नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक प्रयास है, जिससे ग्रामीण महिलाएं न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सकेंगी, बल्कि समाज में एक सम्मानजनक स्थान भी प्राप्त करेंगी। इस दौरान दीदियां बड़ी संख्या में ग्रामीण तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
