उमरिया 2 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रदेश के वन राज्य मंत्री ने सलखनियां स्थित घटना स्थल का मुआयना किया और अधिकारियों से फीडबैक भी लिया उसके बाद अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान निरीक्षण में मुख्य वन संरक्षक वन बल प्रमुख, एसीएस सहित बांधवगढ़ के आला अधिकारी मौजूद रहे।
वहीं मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश सरकार के वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि मुख्यमंत्री जी का निर्देश रहा कि 10 हाथी मरे हुए पाए गए हैं, टीम भी गठित हुई थी, जांच चल रही थी, आज उन्ही के निर्देश पर हमारे एसीएस वगैरह आये हैं उन्ही के साथ मैं यहां आया हूँ, देख रहा हूँ, यहां से जाकर हम रिपोर्ट मुख्यमंत्री जी के सामने रखेंगे, अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नही आई है, तीन चार दिन में रिपोर्ट आएगी तो हम आप लोग के सामने भी रखेंगे। वहीं कहे कि आज जो घटना हुई है वह दुखद है, हम भी वहीं जा रहे हैं, सरकार की मदद देने के लिए, अभी मुख्यमंत्री जी ने सख्त निर्देश दिया है, अधिकारियों को भी निर्देश दिया है और हम लोगों ने भी कहा है, एक-एक पहलू पर जांच की जाएगी किसी को बख्शा नही जाएगा।
गौरतलब है कि जिन बिंदुओं पर जांच होनी चाहिए वह न होकर अन्य बिंदुओं पर जांच किया जा रहा है वहीं पूरे घटनाक्रम के दौरान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के संचालक गौरव चौधरी का कहीं पता नही रहा। इतना ही नही टाइगर रिजर्व के कुछ रेंजरों और उनके मातहतों को छोड़ कर अधिकतर घर मे बैठ कर पूरी गश्ती कर लेते हैं, वहीं अगर देखा जाय तो पनपथा कोर और बफर दोनो के रेंजर और एसडीओ, फारेस्टगार्ड सभी फीलगुड करने में लगे रहते हैं जिसके चलते पनपथा रेंज की स्थिति दयनीय होती जा रही है और घटनाओं को देखा जाय तो अधिकतर घटना भी उसी क्षेत्र में होती है। इसके पूर्व भी 2 हाथियों की मौत भी पनपथा रेंज में ही हुई थी, इसलिए आवश्यक है कि वहां गौर किया जाय।
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(Udaipur Kiran) / सुरेन्द्र त्रिपाठी