जोधपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । संसदीय कार्य, विधि एवं विधिक कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के पुत्र मनीष पटेल ने अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) नियुक्त होने के मात्र पांच महीने बाद ही अपना इस्तीफा दे दिया है। विधि विभाग ने 12 मार्च को पटेल को मुख्य पीठ जोधपुर में एएजी के पद पर नियुक्ति दी थी।
मनीष पटेल समेत हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में छह अतिरिक्त महाधिवक्ताओं की नियुक्ति हुई थी। राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अतिरिक्त महाधिवक्ताओं की नियुक्ति की थी। एडवोकेट विज्ञान शाह और एडवोकेट संदीप तनेजा को जयपुर पीठ में एएजी नियुक्त किया गया था। वहीं मुख्यपीठ जोधपुर में एडवोकेट राजेश पंवार, महावीर विश्नोई और मनीष पटेल की एएजी के पद पर नियुक्ति की गई थी। मनीष पटेल की नियुक्ति को लेकर विधानसभा में गत पांच अगस्त को हंगामा हुआ था। अब मनीष पटेल ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसमें उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया है।
कानून मंत्री के बेटे को अतिरिक्त महाधिवक्ता नियुक्त पर कांग्रेस ने विधानसभा में सवाल उठाए थे। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक नियुक्ति बताते हुए हंगामा किया था। इसके चलते लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को विधानसभा से छह महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसके विरोध में कांग्रेस विधायकों ने रातभर विधानसभा में धरना भी दिया था।
(Udaipur Kiran) / सतीश / संदीप