जयपुर, 29 जुलाई (Udaipur Kiran) । सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ मंगलवार को राजस्थान सेंटर ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी (आर-कैट) परिसर में बिहेवियरल लैब, साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब और ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए प्लेसमेंट सहायता कार्यक्रम भी संचालित किया जाएगा। साथ ही राजस्थान के 12वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्रों के लिए ‘अर्ली कॅरियर प्रोग्राम’ की शुरुआत के लिए एचसीएल के साथ एक एमओयू भी हस्ताक्षरित किया जाएगा।
आर-कैट की कार्यकारी निदेशक ज्योति लुहाड़िया ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ आर-कैट परिसर में विभाग के विभिन्न नवाचारों का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि कॉग्निटिव न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में एडवांस रिसर्च के उद्देश्य से आईआईएम उदयपुर के सहयोग से बिहेवियरल लैब स्थापित की गई है। इस लैब का उद्देश्य ऐसी वर्कफोर्स तैयार करना है, जो उपभोक्ता के रूप में मानव मस्तिष्क की कार्यप्रणाली, भावनाओं और व्यवहार को बेहतर ढंग से समझ सके। इससे अकादमिक अनुसंधान, सरकारी नीति और बाजार अनुप्रयोगों में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
राज्य की डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब (साइबर रेंज) का उद्घाटन किया जाएगा। वास्तविक दुनिया के साइबर खतरों का पता लगाने के लिए डिजाइन की गई यह सिमुलेशन लैब साइबर हमलों को रोकने अथवा कम करने के लिए आवश्यक कौशल देगी। यह लैब महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करने की राज्य की क्षमता को भी बढ़ाएगी। यह लैब राज्य के भीतर साइबर सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप्स की भी मदद करेगी।
सरकार प्रदेश के छात्रों, स्टार्टअप्स और अन्य हितधारकों को ब्लॉकचेन तकनीक से सीधे जोड़ने के लिए ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन भी करने जा रही है। यह सेंटर परियोजनाओं में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ विकेंद्रीकृत वातावरण में भरोसे को मजबूत करेगा। ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर अत्याधुनिक ब्लॉकचेन समाधानों को विकसित करने और परीक्षण करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। यह छात्रों और उद्यमियों को अपने स्वयं के ब्लॉकचेन एप्लिकेशन तथा स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बनाने और होस्ट करने की सुविधा प्रदान करेगा। इसके अलावा, यह सेंटर व्यावहारिक समस्याओं के लिए ब्लॉकचेन-आधारित समाधान विकसित करने और उन्हें तेजी से लागू करने में मदद करेगा।
उल्लेखनीय है कि बिहेवियरल लैब, साइबर सुरक्षा सिमुलेशन लैब और ब्लॉकचेन एक्सपीरियंस सेंटर जैसे नवाचारों से प्रदेश में तकनीक एवं प्रौद्योगिकी की विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी और प्रदेश के विद्यार्थी, स्टार्टअप और अन्य नागरिक नवीनतम तकनीकों का लाभ उठाकर भविष्य के लिए तैयार होंगे और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होंगे।
(Udaipur Kiran) / संदीप