


गुवाहाटी, 30 मार्च (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 120वें संस्करण के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने नव भारत की सकारात्मक सोच, आदर्श कार्यपद्धति, सामाजिक विषयों और देशभर में तेजी से हो रहे विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में असम के पारंपरिक त्योहार ‘रंगाली बिहू’ का भी विशेष उल्लेख किया गया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) असम प्रदेश की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, राज्य के 39 संगठनिक जिलों और 433 मंडलों के अंतर्गत 29,565 बूथों पर लाखों कार्यकर्ताओं ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुना।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने नगांव जिले के पाखीमुरिया जामुगुरी मंडल के बूथ नंबर 147 में मंत्री पीयूष हजारिका, स्थानीय विधायक रूपक शर्मा, रोहा विधायक शशिकांत दास और कार्बी स्वायत्तशासी परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य डॉ. तुलीराम रोंगहांग के साथ कार्यक्रम को सुना।
वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दिलीप सैकिया ने दक्षिण कामरूप जिले के पलाशबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के बूथ नंबर 258 पर स्थानीय नागरिकों और कार्यकर्ताओं के साथ ‘मन की बात’ सुनी। इस अवसर पर विधायक रमेंद्र नारायण कलिता और हेमांग ठाकुरिया भी मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने डिब्रूगढ़ जिले के बूथ नंबर 137 में उप-महापौर उज्जल फुकन, डिब्रूगढ़ विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष असीम हजारिका और सोनोवाल कछारी स्वायत्तशासी परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य टंकेश्वर सोनोवाल के साथ कार्यक्रम में भाग लिया। इसी प्रकार, केंद्रीय मंत्री पवित्र मार्घेरिटा ने जोरहाट जिले के मेलेंग बालिचापरी पंचायत के बूथ नंबर 196 पर स्थानीय कार्यकर्ताओं और नागरिकों के साथ ‘मन की बात’ सुनी।
राभा हसोंग स्वायत्तशासी परिषद के चुनाव में भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए 6 क्षेत्रों के 83 बूथों पर भी ‘मन की बात’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हर बूथ पर राज्य के वरिष्ठ कार्यकर्ता विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद बूथ समिति की विशेष बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें आगामी चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में इस बार हिंदू नववर्ष, रंगाली बिहू, खेलो इंडिया, पैरा एथलेटिक्स, जल संरक्षण और पुराने कपड़ों के पुनः उपयोग जैसे विषयों पर विशेष चर्चा की। उन्होंने प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक संदेशों के माध्यम से देशवासियों को प्रोत्साहित किया।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
