
कठुआ 09 मई (Udaipur Kiran) । भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते जम्मू कश्मीर में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। जम्मू संभाग के जिला कठुआ में स्थित घाटी, गोविंदसर, मरोली सहित अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले प्रवासी मजदूर ने घर वापसी शुरू कर दी है।
बीते गुरुवार रात 8ः00 बजे पाकिस्तान की ओर से किए गए हवाई हमले से पूरे क्षेत्र में खौफ का माहौल पैदा हो गया। हालांकि पाकिस्तान की ओर से किए गए मिसाइल और ड्रोन हमले को भारतीय सेना ने आसमान में ही डिफ्यूज कर दिया। लेकिन उसका खौफ सभी को सताने लगा। कठुआ शहर और उसके आसपास अपरा तफरी का माहौल बन गया। कठुआ शहर में दुकानदारों ने जल्दी-जल्दी दुकान बंद करना शुरू कर दी। इसी बीच पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट हो गया और आसमान में बम के धमाकों की आवाजें आने लगीं। तभी रात को ही सैकड़ो की तादाद में मजदूर परिवार सहित कठुआ के रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और जो भी गाड़ी दिल्ली की ओर जाने वाली दिखाई दी उसी में सवार होकर निकल गए। वहीं शुक्रवार सुबह से ही कठुआ के रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों का तांता लग गया। टिकट काउंटर पर लंबी-लंबी लाइनें लग गईं, डर के माहौल से हर एक निकलने के प्रयास में था। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि इस वक्त जम्मू कश्मीर में हालात खराब हो चुके हैं और उनके घर वालों के फोन आ रहे हैं कि जम्मू कश्मीर को छोड़कर जल्दी वापस आ जाए। इसी के चलते सभी घर की ओर वापसी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हालात सामान्य हो जाएंगे तो उसके बाद फिर काम पर लौटेंगे। मजदूरों की वापसी से कई औद्योगिक इकाइयों के काम ठप पड़ गए जहां तक कि जम्मू पठानकोट सिक्स लेन के साथ-साथ दिल्ली कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों पर भी ब्रक लग गई। हर एक इस वक्त जल्द से जल्द अपने घर वापस लौटना चाहता है। वहीं सरकार ने भी जम्मू कश्मीर में तीन स्पेशल ट्रेनों को शुरू किया है ताकि जो लोग जम्मू कश्मीर में फंसे हैं चाहे वे यात्री हो या औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले मजदूर, सभी सुरक्षित अपने-अपने घर पहुंच सके।
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(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया
