Madhya Pradesh

मेरिट से काम नहीं बनेगा, प्रतिभा के साथ संस्कार होना भी जरूरीः मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मेधावी स्कूली विद्यार्थियों के ई-स्कूटी वितरण समारोह को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मेधावी स्कूली विद्यार्थियों के ई-स्कूटी वितरण समारोह को संबोधित किया।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मेधावी स्कूली विद्यार्थियों को ई-स्कूटी की चाबी सौंपी
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मेधावी स्कूली विद्यार्थियों को ई-स्कूटी की चाबी सौंपी
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में मेधावी स्कूली विद्यार्थियों को ई-स्कूटी की चाबी सौंपी

– मुख्यमंत्री ने एमपी बोर्ड की कक्षा 12वीं के प्रतिभाशाली 7,900 विद्यार्थियों को वितरित की निशुल्क स्कूटी

भोपाल, 5 फरवरी (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मेरिट से काम नहीं बनेगा, नैतिकता भी चाहिए। घर के अंदर कुछ भी चलता रहे लेकिन बाहर यह बात नहीं जानी चाहिए। हमारे संस्कार ऐसे होने चाहिए कि हम आपस के मनमुटाव को बाहर दिखने न दें। प्रतिभाशाली बच्चे जीवन में बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन प्रतिभा के साथ संस्कार होना भी जरूरी है। सिर्फ पढ़ा लिखा व्यक्ति ही सब कुछ नहीं होता है, गुणी होना भी जीवन में आवश्यक है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राज्य स्तरीय कार्यक्रम अंतर्गत मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मण्डल के शैक्षणिक सत्र 2023-24 में कक्षा 12वीं के प्रत्येक संकाय से लगभग 7,900 टॉपर स्टूडेंट्स को ‘निशुल्क स्कूटी वितरण कार्यक्रम’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीप-प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया एवं 10 विद्यार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से स्कूटी की चाबी देकर बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हर बच्चा शिक्षित हो, शिक्षा में समय, दूरियां एवं आवागमन के साधन का अभाव बाधा न बने और स्वर्णिम भविष्य की राह सुगम हो, इस संकल्प पूर्ति के लिए हम निरंतर कार्यरत हैं। प्यारे विद्यार्थियों! आप खूब पढ़ें और विकसित मध्यप्रदेश गढ़ें, आप सभी को बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं।

उन्होंने कहा कि पन्ना धाय ने अपने देश के लिए अपने ही बच्चे की हत्या होते देखी है। कंस के अत्याचार पर उसे मारने के बाद भगवान कृष्ण ने सत्ता पर फिर महाराज को बैठाकर गणतंत्र की स्थापना की। सहसांक विक्रमादित्य असंभव को संभव करने वालों में थे। सुक्रम (आसान क्रम) तो कोई भी कर सकता है लेकिन विक्रम (विपरीत क्रम) तो सिर्फ विक्रमादित्य ही कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने अपना अनुभव सुनाते हुए कहा कि वर्ष 1982 में मेरे भैया ने कहा कि चुनाव लड़ो, मैंने कहा कि जीतूंगा तो क्या दोगे? भैया ने कहा कि बुलेट दूंगा। इसके बाद 1988 तक मैं खुद और अपनी पार्टी को चुनाव जिताता रहा और हर साल भैया मुझे नई बुलेट दिलाते रहे। बुलेट तो मिल जाती थी लेकिन पेट्रोल का खर्च समझ में आता था। आप भाग्यशाली हो, आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल मिला है, जिसे कितना भी चला सकते हो। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह, जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह समेत अन्य जनप्रतिनिधि, विद्यार्थी और अभिभावक मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) तोमर

Most Popular

To Top