जम्मू, 25 अगस्त (Udaipur Kiran) । वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंद्र गुप्ता ने रविवार को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला पर लगातार भारत सरकार की नीतियों और भारत के हितों के विपरीत रुख अपनाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के दिग्गज नेता ने कहा कि महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर में लोगों को ऐसे आश्वासन देकर गुमराह कर रही हैं जो हासिल नहीं किए जा सकते। उनके इस बयान का हवाला देते हुए कि उनकी पार्टी उन छात्रों की एमबीबीएस डिग्री को मान्यता देने के लिए लड़ेगी जिन्होंने अन्य देशों से ये डिग्री हासिल की हैं लेकिन इन्हें सरकार द्वारा मान्यता नहीं दी जाती है।
कविंद्र ने कहा यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ राजनीतिक नेताओं को भारत सरकार के विपरीत रुख अपनाने और समाज में अराजकता पैदा करने की आदत है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पाकिस्तानी धरती से प्राप्त एमबीबीएस की डिग्री को मान्यता न देने का निर्णय लिया है तो इसके पीछे कुछ तार्किक कारण होने चाहिए तथा क्षुद्र राजनीतिक लाभ के लिए इसे चुनौती देना केवल अवसरवादिता के अलावा कुछ नहीं है जिसे लोग अच्छी तरह समझते हैं तथा ऐसे हथकंडों में नहीं फंसेंगे।
उन्होंने उमर अब्दुल्ला की उस टिप्पणी की भी आलोचना की जिसमें उन्होंने जमात-ए-इस्लामी नेतृत्व को उनके संगठन पर प्रतिबंध के कारण स्वतंत्र रूप से चुनाव में भाग लेने का स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध के पीछे के कारणों को अच्छी तरह से जानने के बावजूद नेशनल कांफ्रेंस के नेता उस संगठन के विवादास्पद नेतृत्व को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर में सरकार चलाने के लिए वास्तविक लोगों को चुनने के लिए निर्धारित शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अराजकता पैदा की जा सके। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने जम्मू-कश्मीर की एक प्रमुख राजनीतिक पार्टी में अपना कद होने के बावजूद खुद चुनाव की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेने से इनकार कर दिया हो वह संदिग्ध मानसिकता के लोगों को चुनाव में भाग लेने का समर्थन कर रहा है यह उस व्यक्ति (उमर) तथा उसकी पार्टी के दोगलेपन तथा पाखंड को दर्शाता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा / बलवान सिंह