
जम्मू, 15 मई (Udaipur Kiran) । ऑपरेशन सिंदूर के तहत हाल ही में हुई गोलाबारी के बाद भारतीय सेना ने राजौरी जिले के दलोगरा और आस-पास के गांवों के संकटग्रस्त निवासियों की सहायता के लिए एक केंद्रित मानवीय राहत अभियान चलाया। यह पहल परिचालन चुनौतियों के बीच भी नागरिक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए सेना की दृढ़ प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
अभियान के हिस्से के रूप में, सेना ने शत्रुता से प्रभावित लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए एक चिकित्सा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। यूनिट की एक समर्पित चिकित्सा टीम और नर्सिंग सहायक (एनए) ने दलोगरा, बथुनी, ठाकरियन और आसपास के क्षेत्रों के 22 व्यक्तियों की देखभाल की और घायलों और अस्वस्थ लोगों को आवश्यक दवाएं और महत्वपूर्ण प्राथमिक उपचार दिया।
चिकित्सा देखभाल के अलावा सेना के जवानों ने ग्रामीणों से सीधे संपर्क किया, उनकी शिकायतें सुनीं और उन्हें आश्वासन दिया। इस सामुदायिक संपर्क ने सुरक्षा और विश्वास की भावना को बहाल करने में मदद की, जिससे संकट में रक्षक और भागीदार दोनों के रूप में सेना की भूमिका को मजबूती मिली। सेना ने परिचालन उत्कृष्टता और मानवीय सेवा के लिए अपनी दोहरी प्रतिबद्धता दोहराई, प्रभावित आबादी को निरंतर सहायता देने का वचन दिया। कठिन समय में नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होकर, सेना सशस्त्र बलों और उनके द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले समुदायों के बीच बंधन को मजबूत करना जारी रखा है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
