हरिद्वार, 20 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । उपनगरी कनखल के विष्णु गार्डन निवासी मयंक चोपड़ा ने एक बार फिर देवभूमि उत्तराखंड राज्य का नाम रोशन किया है। भारत सरकार के उपक्रम एवीएनएल ऑटोफ्लिप्स द्वारा जबलपुर, मध्य प्रदेश में आयोजित कार रैली में प्रतिभाग कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उनके साथ इस रैली में जोड़ीदार कोलकाता निवासी नीरव मेहता थे। मयंक चोपड़ा के पिता मनमोहन चोपड़ा समाजसेवी हैं और रोटरी क्लब रानीपुर के अध्यक्ष रहे हैं।
इस रैली ने मध्य प्रदेश के जबलपुर से बांधवगढ़ होते हुए 600 किलोमीटर का सफर तय किया, जिसमें 60 से अधिक खिलाड़ियाें ने प्रतिभाग किया। यति मोटर स्पोर्ट्स क्लब की ओर से हिस्सा लेते हुए मयंक एवं नीरव की जोड़ी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 32 सेकंड के अंतर से पराजित किया।
ऐसा पहली बार नहीं हैं कि मयंक चोपड़ा ने हरिद्वार ही नहीं बल्कि प्रदेश का नाम रोशन किया है। वह पिछले 12 वर्षों से अधिक समय से कार रैली में हिस्सा लेते आ रहे हैं और 50 से अधिक कार रैली में न केवल प्रतिभाग किया बल्कि 35 से अधिक में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
मयंक ने जो ट्रॉफी जीती हैं उसका भी ऐतिहासिक महत्व है। यह ट्रॉफी भारत-पाकिस्तान के युद्ध में सेवारत रूसी टैंक 72 के पिस्टन से बनी है, जो अपने आप में एक अजूबा है। 1973 से टी-72 टैंक एवीएनएल (आर्म्ड व्हीकल निगम लिमिटेड) जबलपुर में देश की सेना के लिए बनाया जा रहा है। मयंक चोपड़ा की इस सफलता पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और खेल संगठनों ने बधाई दी है।
—————
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला