
बांग्ला साहित्य के विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम का रचना संसार निराला है। भगवान कृष्ण पर केंद्रित उनकी कविताएं समय और काल से परे हैं। 24 मई, 1899 को जन्मे काजी ने 29 अगस्त, 1976 को अंतिम सांस ली। काजी को बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि का दर्जा मिला है। नजरुल के नाम से लोकप्रिय काजी इस्लाम ने साहित्य की लगभग हर विधा पर काम किया है। उनके साहित्य में समानता, न्याय, साम्राज्यवाद-विरोध, मानवता, उत्पीड़न के खिलाफ विद्रोह और धार्मिक भक्ति की रचनाएं मिलती हैं।
उन्होंने हिंदू पौराणिक कथाओं पर आधारित कई नाटक लिखे, जिनमें शकुनी वध, युधिष्ठिर का गीत और दाता कर्ण प्रमुख हैं। कृष्ण भक्ति पर उन्होंने अत्यंत उच्च कोटि की कविताएं लिखी हैं। नजरुल प्रथम विश्वयुद्ध के समय डबल कंपनी नामक रेजिमेंट में भी रहे। उनके पसंदीदा लेखकों में रवींद्रनाथ टैगोर शरतचंद्र, चट्टोपाध्याय और सूफी साहित्य में, रूमी और उमर खय्याम हैं। नजरुल ने 1919 में अपनी पहली किताब लिखी- ‘एक आवारा की जिंदगी’। उसके बाद उनकी पहली कविता मुक्ति छपी। 1920 के बाद उन्होंने पहला उपन्यास बंधन हारा लिखा।
नजरुल ने देश की आजादी पर केंद्रित कविताएं भी लिखीं। 1922 में उनका काव्य संग्रह अग्निवीणा प्रकाशित हुआ। इस पुस्तक ने उन्हें रातोंरात क्रांतिकारियों का प्रेरणास्रोत बना दिया। इस संग्रह की सबसे प्रसिद्ध कविता विद्रोही थी। उसके बाद नजरुल अंग्रेजों को खटकने लगे पर जनता के बीच विद्रोही कवि के रूप में उभरे। उनकी विद्रोही कविता इतनी मशहूर हुई कि उनका नाम ही विद्रोही कवि पड़ गया।
भगवान कृष्ण की भक्ति में उनकी कुछ कविताएं प्रमुख हैं। मसलन-अगर तुम राधा होते श्याम/ मेरी तरह बस आठों पहर तुम/रटते श्याम का नाम/
वन-फूल की माला निराली/वन जाति नागन काली/ कृष्ण प्रेम की भीख मांगने/आते लाख जनम/ तुम, आते इस बृजधाम/ चुपके-चुपके तुमरे हिरदय में/ बसता बंसीवाला/ और, धीरे-धारे उसकी धुन से/बढ़ती मन की ज्वाला/पनघट में नैन बिछाए तुम/रहते आस लगाए/ और, काले के संग प्रीत लगाकर/ हो जाते बदनाम।
एक और कविता है ‘सुनो मोहन नुपूर गूंजत है…’ -आज बन-उपवन में/ चंचल मेरे मन में/ मोहन मुरलीधारी कुंज कुंज फिरे श्याम/ सुनो मोहन नुपूर गूंजत है/ बाजे मुरली बोले राधा नाम/ कुंज-कुंज फिरे श्याम/ बोले बांसुरी आओ श्याम-पियारी/ ढूंढ़त है श्याम-बिहारी/ बनमाला सब चंचल उड़ावे अंचल/ कोयल सखी गावे साथ गुणधाम कुंज कुंज श्याम/ फूल कली भोले घूंघट खोले/ पिया के मिलन कि प्रेम की बोली बोले/ पवन पिया लेके सुन्दर सौरभ/ हंसत यमुना सखी दिवस-याम कुंज कुंज फिरे श्याम।
महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1689ः ब्रिटिश संसद ने प्रोटेस्टेंट ईसाइयों को धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी प्रदान की।
1885ः सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में मोहम्मदीन एंग्लो ओरिएंटल स्कूल की स्थापना की। इसे अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम से जाना जाता है।
1883ः ब्रुकलिन और मैनहट्टन को जोड़ने वाले ब्रुकलिन ब्रिज को यातायत के लिए खोला गया।
1915ः थॉमस अलवा एडिसन ने टेलीस्क्राइब का आविष्कार किया।
1931ः पहली वातानुकूलित यात्री ट्रेन अमेरिका के वाल्टमोर ओहियो मार्ग पर चलाई गई।
1959ः साम्राज्य दिवस का नाम बदलकर राष्ट्रमंडल दिवस किया गया।
1985ः बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान से 10 हजार लोगों की मौत।
1986ः मार्गरेट थैचर इजराइल का दौरा करने वालीं पहली ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनी।
1994ः न्यूयार्क सिटी में 1993 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमला करने वाले चार आरोपितों में से प्रत्येक को 240 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई।
1994ः मीना (सऊदी अरब) में हज से जुड़े एक समारोह में भगदड़ मच जाने से 250 लोगों से भी अधिक जायरीनों की मृत्यु।
2000ः दक्षिण लेबनान से 22 साल का खूनी दौर समाप्त कर इजराइली सेना वापस लौटी।
2001ः नेपाल के 15 वर्षीय शेरपा तेंबा शेरी माउंट एवरेस्ट की चोटी का फतह करने वाले सबसे कम उम्र का पर्वतारोही बना।
2002ः नेपाल में नेपाली कांग्रेस ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को नेपाली कांग्रेस पार्टी से निलंबित किया।
2003ः इजराइल के तत्कालीन प्रधानमंत्री एरियल शैरोन ने पश्चिम एशिया शांति योजना को स्वीकार किया।
2004ः उत्तर कोरिया ने मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया।
2005ः एनबी इंकबेयर मंगोलिया के राष्ट्रपति चुने गए।
2007ः एमा निकोलसन रिपोर्ट यूरोपीय संघ की संसद में पारित।
2014ः थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री थिंगलक शिनावात्रा को सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार किया गया।
जन्म
1819ः ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की महारानी महारानी विक्टोरिया।
1896ः भारत के युवा क्रांतिकारी करतार सिंह सराभा ।
1899ः प्रसिद्ध बांग्ला कवि काजी नजरुल इस्लाम।
1954ः माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला बछेंद्री पाल।
1955ः हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार राजेश रोशन।
निधन
1543ः प्रसिद्ध यूरोपीय खगोलशास्त्री और गणितज्ञ निकोलस कॉपरनिकस।
1879ः अमेरीकी दासता विरोधी आंदोलन के नेता विलियम लायड गैरिसन।
1990ः पूर्व लोकसभा अध्यक्ष केएस हेगड़े।
1999ः भारत के महान कुश्ती प्रशिक्षक और पहलवान गुरु हनुमान।
2000ः हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकार और शायर मजरूह सुल्तानपुरी।
महत्वपूर्ण दिवस
-राष्ट्रमंडल दिवस।
-विश्व तपेदिक दिवस।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
