-अयोध्या में नौ माह के दौरान 20.37 लाख यात्रियों ने ई-बसों पर की यात्रा
अयोध्या, 8 जनवरी (Udaipur Kiran) । रामजन्म भूमि मन्दिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद से परिवहन निगम की बल्ले-बल्ले हो रही है। नौ माह में झूमकर राजस्व आया है। ई-बसों के संचालन के बाद सर्वाधिक सवारी राम मंदिर के लिए ही मिली है। 22 बसों ने दिन भर फेरे लगाकर न सिर्फ भक्तों को उनके आराध्य के द्वार तक पहुंचाया है, बल्कि सवारियों के हिसाब से सभी मानकों पर खरी भी उतरी हैं।
रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पहले ही केंद्र की मोदी सरकार ने यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सौगात दे दी। इसके साथ ही अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का कायाकल्प भी करा दिया। इसके बाद प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या में ई-बसों की एक बड़ी खेप उतार दी। रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होते ही प्रदेश सरकार की कई योजनाओं के तहत टैक्सी-ई-रिक्शा व आस्था रथ भी उतार दिया गया। सहादतगंज से नया घाट तक के लिए ई-बसों ने रफ्तार पकड़ ली। नतीजा यह रहा कि नौ माह में 20.37 लाख यात्रियों ने इस पर सवारी की, लेकिन बड़ी बात यह है इसमें सर्वाधिक सवारी राम मंदिर के लिए रही। लगभग 15 लाख सवारियों ने राम मंदिर तक के लिए टिकट कटाई।
एयरपोर्ट पर भी लगा दीं ई-बसें
अयोध्या के महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या को देखते हुए तीन ई-बसों को एयरपोर्ट पर लगा दिया गया। ये तीन बसें एयरपोर्ट से सिविल लाइन्स रामपथ होते हुए नया घाट को जानी शुरू हुई हैं।
लखनऊ से आईं बसें हैं अत्याधुनिक
प्राण प्रतिष्ठा के समय ये बसें लखनऊ से आई। यह काफी अत्याधुनिक हैं। पूरी तरह से वातानुकूलित बसों के आटोमेटिक दरवाजे हैं, जो स्वयं ही खुल जाते हैं। परिवहन निगम अयोध्या क्षेत्रीय प्रबंधक विमल राजन ने बताया कि ई-बसों को बड़ी संख्या में सवारियां मिल रही है। भविष्य में ई-बसों को अन्य रूट पर भी उतारने की योजना है।
(Udaipur Kiran) / पवन पाण्डेय