Uttrakhand

नैनीताल में पार्किंग शुल्क में 4 गुना वृद्धि के साथ कई समस्याएं भी

पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल।

नैनीताल, 7 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पर्यटन नगरी, जिला व मंडल मुख्यालय सरोवरनगरी नैनीताल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र के दौरान लगने वाले वाहनों के जाम के समाधान के लिये उत्तराखंड उच्च न्यायालय के नये निर्देशों के साथ पुलिस एवं प्रशासन नये प्राविधानों को लागू करने लगा है। इससे नयी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और इनके प्रति नगर वासियों एवं नगर के टैक्सी-बाइक वालों आदि में बड़ी परेशानी बताते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त की जा रही है।

पार्किंग शुल्क 500 रुपये करने से समस्याएं

नैनीताल। नैनीताल नगर पालिका ने गत दिवस बोर्ड बैठक में लिये गये निर्णयों के तहत पार्किंगों का किराया चार पहिया वाहनों के लिये 130 रुपये से लगभग 4 गुना बढ़ाकर 500 रुपये एवं दो पहिया वाहनों के लिये 50 रुपये कर दिया है। पार्किंग के लिये दोपहर 12 बजे का चेक आउट का समय रखा गया है, यानी यदि कोई व्यक्ति सुबह 11 बजे भी अपना वाहन खड़ा करता है तो बताया जा रहा है कि ऐसे वाहनों से दोपहर 12 बजे के बाद दुबारा शुल्क वसूला जा रहा है। क्योंकि एक बार शुल्क जमा करने के बाद शुल्क न्यूनतम कितने घंटों के लिये मान्य होगा, इसके लिये कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किये गये हैं। इस कारण एक और भी समस्या यह भी है कि शुल्क की पर्ची में साफ-साफ लिखा गया है कि पार्किंग में वाहन को हर बार ले जाने पर दुबारा शुल्क देना होगा। यानी यदि कोई व्यक्ति एक दिन में ही चार बार अपने वाहन को पार्किंग में ले जाता और बाहर लाता है तो उसे हर बार फिर से शुल्क देना होगा। एक तकनीकी समस्या यह भी उठायी जा रही है कि पार्किंग शुल्क और नो पार्किंग में वाहन में वाहन खड़ा करने का जुर्माना दोनों 500 रुपये हो गये हैं।

नगर वासियों के लिये निःशुल्क पार्किंग घोषणा के बाद भी उपलब्ध नहीं

नैनीताल। नैनीताल नगर पालिका ने नगर के दोपहिया वाहनों के लिये अशोक सिनेमा की पार्किंग मे निःशुल्क व्यवस्था करने की बात कही थी, लेकिन ऐसी कोई सुविधा दोपहिया वाहन चालकों को नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर पुलिस पूर्व की तरह सड़क की सफेद पट्टी के बाहर भी दोपहिया वाहन खड़े नहीं करने दे रही है। इससे बाजार में छोटे, कम अवधि के कामों के लिये आने वाले नगर के आम लोग भी परेशान हैं।

2017 से पूर्व पंजीकृत नगर के टैक्सी वाहनों का नगर में प्रवेश प्रतिबंधित होने से परेशानी

नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों पर नगर के 2017 के बाद पंजीकृत चार पहिया टैक्सी वाहनों के नगर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। इस नियम की जद में आ रहे टैक्सी चालकों का कहना है कि उन्होंने सरकार की ही स्वरोजगार योजनाओं से एवं बैंक से ब्याज पर ऋण लेकर वाहन लिये हैं। ऐसे में उनके वाहनों को नगर में प्रवेश प्रतिबंधित करने से उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसे टैक्सी वाहनों को नगर की सीमा से पहले यात्री उतारने पड़ रहे हैं, जबकि ऐसे में यात्रियों को भार वाहक-पिकअप जैसे वाहनों में सामान की तरह ठुंसकर नगर में आना पड़ रहा है। इसके वीडियो भी सामने आये हैं।

नगर पालिका अध्यक्ष का पक्ष

नैनीताल। इन समस्याओं पर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल ने कहा कि पार्किंग शुल्क अगले दिन की दोपहर 12 बजे तक के लिये है। इस बीच यदि वह वाहन बाहर निकालता और फिर पार्किंग में आता है तो उससे शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। वह इस मामले का संज्ञान लेंगी। वहीं स्थानीय लोगों के लिये वाहनों की पार्किंग पर कहा कि अशोक पार्किंग में प्रशासन की बहुमंजिला पार्किंग की योजना के कारण यह व्यवस्था संभव नहीं हो पा रही है। अब बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पास की पार्किंग में स्थानीय चार पहिया वाहनों के लिये प्रति घंटे 25 रुपये की दर पर खड़े करने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही दो पहिया वाहनों को निःशुल्क खड़ा करने की सुविधा देने का प्रयास भी किया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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नैनीताल में पार्किंग शुल्क में 4 गुना वृद्धि के साथ कई समस्याएं भी

पालिकाध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल।

नैनीताल, 7 अप्रैल (Udaipur Kiran) । पर्यटन नगरी, जिला व मंडल मुख्यालय सरोवरनगरी नैनीताल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सत्र के दौरान लगने वाले वाहनों के जाम के समाधान के लिये उत्तराखंड उच्च न्यायालय के नये निर्देशों के साथ पुलिस एवं प्रशासन नये प्राविधानों को लागू करने लगा है। इससे नयी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और इनके प्रति नगर वासियों एवं नगर के टैक्सी-बाइक वालों आदि में बड़ी परेशानी बताते हुए गहरी नाराजगी व्यक्त की जा रही है।

पार्किंग शुल्क 500 रुपये करने से समस्याएं

नैनीताल। नैनीताल नगर पालिका ने गत दिवस बोर्ड बैठक में लिये गये निर्णयों के तहत पार्किंगों का किराया चार पहिया वाहनों के लिये 130 रुपये से लगभग 4 गुना बढ़ाकर 500 रुपये एवं दो पहिया वाहनों के लिये 50 रुपये कर दिया है। पार्किंग के लिये दोपहर 12 बजे का चेक आउट का समय रखा गया है, यानी यदि कोई व्यक्ति सुबह 11 बजे भी अपना वाहन खड़ा करता है तो बताया जा रहा है कि ऐसे वाहनों से दोपहर 12 बजे के बाद दुबारा शुल्क वसूला जा रहा है। क्योंकि एक बार शुल्क जमा करने के बाद शुल्क न्यूनतम कितने घंटों के लिये मान्य होगा, इसके लिये कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किये गये हैं। इस कारण एक और भी समस्या यह भी है कि शुल्क की पर्ची में साफ-साफ लिखा गया है कि पार्किंग में वाहन को हर बार ले जाने पर दुबारा शुल्क देना होगा। यानी यदि कोई व्यक्ति एक दिन में ही चार बार अपने वाहन को पार्किंग में ले जाता और बाहर लाता है तो उसे हर बार फिर से शुल्क देना होगा। एक तकनीकी समस्या यह भी उठायी जा रही है कि पार्किंग शुल्क और नो पार्किंग में वाहन में वाहन खड़ा करने का जुर्माना दोनों 500 रुपये हो गये हैं।

नगर वासियों के लिये निःशुल्क पार्किंग घोषणा के बाद भी उपलब्ध नहीं

नैनीताल। नैनीताल नगर पालिका ने नगर के दोपहिया वाहनों के लिये अशोक सिनेमा की पार्किंग मे निःशुल्क व्यवस्था करने की बात कही थी, लेकिन ऐसी कोई सुविधा दोपहिया वाहन चालकों को नहीं मिल पा रही है। दूसरी ओर पुलिस पूर्व की तरह सड़क की सफेद पट्टी के बाहर भी दोपहिया वाहन खड़े नहीं करने दे रही है। इससे बाजार में छोटे, कम अवधि के कामों के लिये आने वाले नगर के आम लोग भी परेशान हैं।

2017 से पूर्व पंजीकृत नगर के टैक्सी वाहनों का नगर में प्रवेश प्रतिबंधित होने से परेशानी

नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय के निर्देशों पर नगर के 2017 के बाद पंजीकृत चार पहिया टैक्सी वाहनों के नगर में प्रवेश करने पर प्रतिबंध है। इस नियम की जद में आ रहे टैक्सी चालकों का कहना है कि उन्होंने सरकार की ही स्वरोजगार योजनाओं से एवं बैंक से ब्याज पर ऋण लेकर वाहन लिये हैं। ऐसे में उनके वाहनों को नगर में प्रवेश प्रतिबंधित करने से उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। ऐसे टैक्सी वाहनों को नगर की सीमा से पहले यात्री उतारने पड़ रहे हैं, जबकि ऐसे में यात्रियों को भार वाहक-पिकअप जैसे वाहनों में सामान की तरह ठुंसकर नगर में आना पड़ रहा है। इसके वीडियो भी सामने आये हैं।

नगर पालिका अध्यक्ष का पक्ष

नैनीताल। इन समस्याओं पर नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल ने कहा कि पार्किंग शुल्क अगले दिन की दोपहर 12 बजे तक के लिये है। इस बीच यदि वह वाहन बाहर निकालता और फिर पार्किंग में आता है तो उससे शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। वह इस मामले का संज्ञान लेंगी। वहीं स्थानीय लोगों के लिये वाहनों की पार्किंग पर कहा कि अशोक पार्किंग में प्रशासन की बहुमंजिला पार्किंग की योजना के कारण यह व्यवस्था संभव नहीं हो पा रही है। अब बीडी पांडे जिला चिकित्सालय के पास की पार्किंग में स्थानीय चार पहिया वाहनों के लिये प्रति घंटे 25 रुपये की दर पर खड़े करने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही दो पहिया वाहनों को निःशुल्क खड़ा करने की सुविधा देने का प्रयास भी किया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी

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