Jammu & Kashmir

मुगल रोड पर सेना के पैरामेडिक के वीरतापूर्ण प्रयासों से कई जानें बचीं

मुगल रोड पर सेना के पैरामेडिक के वीरतापूर्ण प्रयासों से कई जानें बचीं

जम्मू, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । समर्पण और विशेषज्ञता का एक सम्मोहक प्रदर्शन करते हुए सेना के एक पैरामेडिक ने मुगल रोड पर गहरा प्रभाव डाला है जो श्रीनगर और जम्मू को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण लेकिन जोखिम भरा मार्ग है। अपने ऊबड़-खाबड़ इलाके और खराब मौसम की स्थिति के लिए प्रसिद्ध यह सड़क अक्सर दुर्घटनाओं और आपात स्थितियों का स्थल रही है।

हाल ही में घटी एक गंभीर घटना ने इस पैरामेडिक की भूमिका के महत्व को रेखांकित किया। 32 वर्षीय व्यक्ति शकीत अली, मुगल रोड पर केएम’28 पर एक गंभीर दुर्घटना में शामिल थे। क्षेत्र में नियुक्त एक विशेष सैन्य दल के हिस्से के रूप में तैनात सेना के पैरामेडिक ने आपात स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। असाधारण कौशल और संयम का प्रदर्शन करते हुए पैरामेडिक ने अली को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की, घायलों को स्थिर किया और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें पास की चिकित्सा सुविधाओं में शीघ्र उपचार मिले।

बताते चलें कि मुगल रोड अपने लुभावने दृश्यों के बावजूद अपनी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के कारण यात्रियों के लिए काफी खतरे पैदा करता है। इस सुदूर और खतरनाक वातावरण में पैरामेडिक की मौजूदगी और त्वरित प्रतिक्रिया अपरिहार्य साबित हुई है। तत्काल चिकित्सा आवश्यकताओं को संबोधित करने की उनकी क्षमता न केवल दुर्घटनाओं के प्रभाव को कम करती है बल्कि इस महत्वपूर्ण मार्ग से गुजरने वाले लोगों की समग्र सुरक्षा और कल्याण को भी बढ़ाती है।

यह घटना सैन्य चिकित्सा कर्मियों की अक्सर अनदेखी की जाने वाली लेकिन महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है। आपात स्थितियों के प्रबंधन और ऐसी कठिन परिस्थितियों में देखभाल प्रदान करने में उनके अथक प्रयास उन समुदायों का समर्थन और सुरक्षा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं जिनकी वे सेवा करते हैं।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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