हरिद्वार, 26 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । बीएचईएल हरिद्वार के चिकित्सा विभाग द्वारा फर्स्ट एड, कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) तथा ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (एईडी) विषय पर, आज स्वर्ण जयंती सभागार में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक टीएस मुरली ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री मुरली ने कहा कि विभिन्न आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों से निपटने में प्राथमिक उपचार की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि समय रहते सही प्राथमिक उपचार, सीपीआर तथा एईडी की मदद से अनेक लोगों के अमूल्य जीवन को बचाया जा सकता है।
श्री मुरली ने कहा कि प्राथमिक उपचार, स्थिति को और अधिक गंभीर होने से बचाता है, जिससे स्वास्थ्य में सुधार की प्रक्रिया में तेजी आती है। मुख्य (चिकित्सा सेवाएं) डाॅ. शारदा स्वरूप ने भी प्राथमिक उपचार के लाभों से अवगत कराया।
उल्लेखनीय है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु लगभग 180 कर्मचारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया, जिन्हें बीएचईएल के चिकित्सक डाॅ. गौरव, डाॅ. पंकज एवं डाॅ. अभिषेक द्वारा फर्स्ट एड, सीपीआर और एईडी के विषय में विस्तृत जानकारी दी गई।
प्रमुख (ईएनटी) डाॅ. एसपी सिंह ने नाक, कान तथा गले से सम्बंधित आपात स्थितियों एवं उनमें प्राथमिक उपचार की भूमिका पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में स्वामी श्री भूमानंद कॉलेज के नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा सीपीआर के प्रति जागरूकता बढ़ाने से संबंधित, एक लघु नाटिका भी प्रस्तुत की गई।
इस अवसर पर महाप्रबंधकगण, वरिष्ठ अधिकारी, चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ के सदस्य तथा बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला