
पटना, 05 मई (Udaipur Kiran) ।जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने भागलपुर के तीन दिवसीय दौरे के तीसरे दिन सोमवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश के नेतृत्व में ही आगामी विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा।
चुनाव को लेकर नेतृत्व के सवाल पर मनीष वर्मा ने कहा कि निश्चित रूप से राजग गठबंधन साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, इसमें कोई संशय नहीं है। सभी मिलकर चुनाव की तैयारी भी कर रहे हैं और नेतृत्व नीतीश जी का ही रहेगा। जिसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है, वही आगे भी नेतृत्व करता है, यह बात स्पष्ट है।
मनीष वर्मा ने कहा कि नीतीश सरकार द्वारा किये गए विगत 20 वर्षों के काम को जन-जन तक पहुंचाने पर जोर दिया जाएगा। पत्रकारों के जातिगत जनगणना पर सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 1931 से पहले तक जातिगत जनगणना होती रही है। कांग्रेस के शासन में इसको बंद कर दिया गया और बाद में किसी भी सरकार में कभी भी जातिगत जनगणना नहीं कराई गयी लेकिन हमारे मुख्यमंत्री प्रारंभ से ही जातिगत जनगणना के पक्ष में थे। उन्होंने संसद में कई बार जातिगत जनगणना को लेकर अपना विचार स्पष्ट किया था।
उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री ने जातिगत जनगणना कराई भी, जिससे कि सभी वर्गों के सामाजिक-आर्थिक स्थिति का पता लगाकर, उन्हें जो लाभ मिलना चाहिए, उन्हें सबल बनाने के लिए जो प्रयास सरकार द्वारा किया जाना चाहिए, वो हो सके। उनकी स्थिति के हिसाब से उन्हें आरक्षण दिया जाए और उन्हें जरूरत के हिसाब से पॉलिसी बनाकर योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने जाति का जनगणना बस दिखावे के लिए नहीं किया बल्कि उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की और उस हिसाब से काम भी प्रारंभ किया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य के प्रश्न पर मनीष वर्मा ने कहा कि तेजस्वी और प्रशांत किशोर, नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर प्रश्न उठाते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं दिखता कि जब विगत वर्ष बाढ़ आई तो उन्होंने प्रत्येक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वयं जाकर वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया, ये लोग तो जवान नेता होकर भी किसी ऐसे स्थान पर नहीं दिखे, उन्हें उनके स्वास्थ्य पर प्रश्न उठाने का अधिकार नहीं है।
शराबबंदी को लेकर पूछे गए प्रश्न पर मनीष वर्मा ने कहा कि इसका परिणाम बहुत दूरगामी है। जब शराबबंदी नहीं लागू था, उस समय बिहार की स्थिति बहुत भयावह हो चुकी थी। बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा था, घरेलू हिंसा से महिलाएं त्रस्त हो चुकी थीं, उस स्थिति में मुख्यमंत्री जी ने बहुत ही साहसिक कदम उठाते हुए शराबबंदी को लागू किया। इसके लिए कानूनी स्तर पर प्रावधान किया। पूरे प्रदेश में जन जागरण का कार्यक्रम चलाया। शराबबंदी के बाद लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आया, घरेलू हिंसा में भारी कमी आई, बच्चों का भविष्य भी संवर रहा है।
आरसीपी सिंह के द्वारा लगातार सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया जा रहा है, इस पर कटाक्ष करते हुए मनीष वर्मा ने कहा कि आरसीपी सिंह ने नीतीश कुमार के साथ 16 से अधिक वर्षों तक काम किया तब उन्हें कहीं भ्रष्टाचार नहीं दिखा, सारी व्यवस्थाएं तब सुचारू रूप से चल रही थी। पार्टी को दगा देकर जो चला गया, अब उनको यहां भ्रष्टाचार दिखने लगा। जब तक वह यहां नीतीश जी के साथ थे तब तक उन्होंने कभी भी भ्रष्टाचार की बात नहीं की। नीतीश कुमार के ऊपर जो कीचड़ उछालता है, वह कीचड़ नीतीश कुमार के ऊपर ना जाकर स्वयं उसी के ऊपर जा पड़ता है।
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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी
