
मंदसौर, 30 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले के शामगढ़ में 7 साल की मासूम के साथ पड़ोस में रहने वाले 17 साल के नाबालिग ने छेड़छाड़ की। बच्ची के पिता का आरोप है कि जब वे रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचे तो थाना प्रभारी ने समझौता करने का दबाव बनाया। बुधवार को परिवार न्याय की मांग को लेकर बस स्टैंड स्थित मंदिर के सामने धरने पर बैठा है।
घटना 25 अप्रैल की रात की है। शामगढ़ में रहने वाली 7 वर्षीय बच्ची के साथ उसी के पड़ोस में रहने वाले नाबालिग युवक ने छेड़छाड़ की। बच्ची के माता-पिता उसी रात थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी को 25-26 अप्रैल की रात राउंडअप कर अगली सुबह न्यायालय में पेश किया। चूंकि आरोपी नाबालिग था, इसलिए उसे रतलाम के बाल संप्रेषण गृह भेजा गया।
घटना के 4 दिन बाद यह मामला बुधवार को तब सुर्खियों में आया जब बच्ची के पिता ने शामगढ़ थाना प्रभारी धर्मेंद्र शिवहरे पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे तो टीआई ने उन्हें घंटों बैठाए रखा। इसमें बाद टीआई ने कहा कि ऐसे मामलों में थाने पर नहीं आते हैं। बाहर सेटलमेंट कर लेना चाहिए। अपनी बेटी को कोर्ट के चक्कर लगवाओगे यह अच्छी बात नहीं है। इसके विरोध में बुधवार को बच्ची की मां उसे लेकर शामगढ़ बस स्टैंड स्थित शिव-हनुमान मंदिर के सामने धरने पर बैठ गई। पिता का कहना है कि अगर तीन दिन में टीआई पर कार्रवाई नहीं हुई, तो मैं भोपाल जाकर मुख्यमंत्री निवास के सामने धरना दूंगा। धरना स्थल पर विधायह हरदीपसिंह डँग और जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गा पाटीदार भी पहुंची थी।
मामले में टीआई धर्मेंद्र शिवहरे से बात की तो उन्होंने सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया। उनका कहना है कि बच्ची के परिवार के आते ही हमने तुरंत महिला अधिकारी बुलाकर कार्रवाई की। बच्ची का मेडिकल कराया गया और आरोपी को उसी रात पकड़ा गया। अगले दिन उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया। महिला मामले में बड़े अधिकारियों के जल्द कार्यवाही करने के स्पष्ट निर्देश है।
विधायक हरदीपसिंह डंग ने बताया कि टीआई द्वारा कार्यवाही तो कर दी गई लेकिन कुछ शब्द गलत कहे गये थे जो परिवार को अच्छे नहीं लगे उन्हें ठेस पहुंची इसलिए धरने पर बैठे हैं, उन्हें समझा रहे है, मामला एसपी को भी बता दिया गया है।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
