Madhya Pradesh

मंदसौरः जमीन पर अतिक्रमण हटाने की मांग, बुजुर्ग किसान ने तहसीलदार में कदमों में रख दी पगड़ी

बुजुर्ग किसान ने तहसीलदार में कदमों में रख दी पगड़ी

भोपाल, 20 मई (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों एक बुजुर्ग किसान की व्यथा चर्चा का केंद्र बनी हुई है। ग्राम बरखेड़ा देव डूंगरी के बुजुर्ग मोहनलाल बलाई अपनी जमीन से अतिक्रमण हटवाने की मांग को लेकर करीब एक वर्ष से प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें न्याय नहीं मिला। थक-हारकर मंगलवार को वे कलेक्टर कार्यालय के बाहर सड़क पर धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने अपनी व्यथा सुनाते हुए तहसीलदार के सामने पगड़ी उतार दी।

बुजुर्ग मोहनलाल बलाई मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे थे। उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार पर धरना शुरू कर दिया। खबर लगते ही तहसीलदार सोनिका सिंह मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बुजुर्ग से उनकी समस्या पूछी, तो मोहनलाल रो पड़े। भावुक मोहनलाल ने जमीन पर बैठकर अपनी पगड़ी तहसीलदार के पैरों में रख दी। न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि उनकी जमीन पर गांव के ही दो भाइयों पन्नालाल और पंचायत सचिव झमकलाल ने कब्जा कर लिया है।

मोहनलाल ने बताया कि वे बीते एक वर्ष से एसडीएम और तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें टाल दिया जाता है। कभी कहा जाता है कि एसडीएम छुट्टी पर हैं, तो कभी तहसीलदार नहीं हैं। जब तहसीलदार मिले तो उन्होंने धमकी दी कि बार-बार आने पर जेल भिजवा देंगे। मोहनलाल ने यह भी आरोप लगाया कि यह जनसुनवाई नहीं, धन सुनवाई है। पहले पैसे दो, फिर सुनवाई होगी।

बुजुर्ग के धरने और पगड़ी उतारने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए तहसीलदार सोनिका सिंह ने कहा कि उन्होंने मल्हारगढ़ तहसीलदार से मामले की पूरी जानकारी ली है। उनके अनुसार जिस भूमि पर मोहनलाल अतिक्रमण की बात कर रहे हैं, वह राजस्व रिकॉर्ड में पन्नालाल के नाम पर दर्ज है। इस कारण मोहनलाल की मांग तकनीकी रूप से गलत पाई गई और इसका निराकरण नहीं किया गया।

इस पूरे घटनाक्रम ने क्षेत्र में प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर आमजन न्याय की तलाश में दर-दर भटकते हैं, वहीं दूसरी ओर भ्रष्टाचार और राजनीतिक हस्तक्षेप की बातें चर्चा में हैं।

(Udaipur Kiran) तोमर

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