मंदसौर, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । भोपाल में अवैध ड्रग्स की फैक्ट्री और 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा की अवैध ड्रग्स पकड़ने के मामले में मंदसौर पुलिस ने मालिया खेरखेड़ा गांव के तस्कर हरीश आंजना को गिरफ्तार कर गुजरात एटीएस को सौंप दिया है।
मंदसौर में एसपी अभिषेक आनंद ने सोमवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि भोपाल में जो ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी गई थी, उसमें मंदसौर निवासी आरोपी हरीश आंजना की भी भूमिका सामने आई थी। इसके बाद रविवार रात को गुजरात एटीएस टीम ने मंदसौर पुलिस की मदद से माल्या खेरखेड़ा गांव से हरीश आंजना को गिरफ्तार किया है। जिसे सोमवार की सुबह गुजरात एटीएस को सौप दिया गया है जो उसे लेकर भोपाल गये है।
एसपी ने बताया कि हरिश आंजना पर पूर्व में भी एनडीपीएस के प्रकरण दर्ज है और राजनीतिक कनेक्शन भी सामने आए है। पूछताछ में हरिश ने बताया कि एमडीएम ड्रग बनाने में उपयोग आने वाला केमिकल गुजरात और महाराष्ट्र के रास्ते हरीश ही सप्लाई करता था। हरीश अंजना ने यह भी बताया कि उसने मंदसौर निवासी प्रेम पाटीदार से भी ड्रग्स की सप्लाई ली थी। इसके अलावा राजस्थान के अन्य तस्करों के भी मामले से जुड़े हुए सामने आए है। बताया जा रहा है कि प्रेम पाटीदार के भी एक राजनीतिक दल से गहरे संबंध है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने अब तक सिर्फ हरिश आंजना को ही गिरफ्तार किया है।
यह है पूरा मामला
गुजरात पुलिस तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने राजधानी भोपाल से सटे बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में घुसकर करीब 1800 करोड रुपए कीमत की ड्रग्स जप्त की थी। जिसमें पुलिस की दबिश के दौरान फैक्ट्री में अमित प्रकाशचंद्र चतुवेर्दी निवासी सुल्तानाबाद भोपाल और सान्याल बाने निवासी नासिक महाराष्ट्र मौजूद थे, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है। वहीं, फैक्ट्री के दो मजदूरों को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया। उन्हें पता नहीं था कि फैक्ट्री में केमिकल के नाम पर ड्रग्स तैयार की जाती है। मामले में तीसरे आरोपी मंदसौर निवासी हरीश आंजना (32) को भी पकड़ा गया है।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया