कोलकाता, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ज्योति बसु के नाम पर बने रिसर्च सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल न होने का निर्णय लिया है। यह कार्यक्रम आज शुक्रवार को आयोजित हो रहा है। इस अवसर पर ममता बनर्जी को आमंत्रित किया गया था।
हालांकि, राज्य की सीपीआई(एम) नेतृत्व के निमंत्रण के बावजूद, ममता बनर्जी ने प्रशासनिक व्यस्तताओं का हवाला देते हुए इस कार्यक्रम में उपस्थित होने से इनकार कर दिया है।
सीपीआई(एम) की केंद्रीय समिति के सदस्य रॉबिन देब ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और वाम मोर्चा के चेयरमैन बिमान बोस ने ममता बनर्जी को व्यक्तिगत रूप से इस उद्घाटन कार्यक्रम में आमंत्रित किया था।
देब ने कहा, “हमें राज्य सचिवालय से सूचित किया गया है कि मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगी।”
यह रिसर्च सेंटर पश्चिम बंगाल के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे कम्यूनिष्ट नेता ज्योति बसु की 15वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शुरू किया जा रहा है। उद्घाटन कार्यक्रम में सीपीआई(एम) के पोलितब्यूरो कोऑर्डिनेटर और पूर्व महासचिव प्रकाश करात उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम और पोलितब्यूरो सदस्य डॉ. सूर्यकांत मिश्रा भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे।
सीपीआई(एम) के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि रिसर्च सेंटर को स्वतंत्र पहचान दी गई है और इसे पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु के नाम पर स्थापित किया गया है। इसी कारण पार्टी नेतृत्व ने वर्तमान मुख्यमंत्री को उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, इसमें कोई राजनीतिक पहलू नहीं है। हमें राज्य सचिवालय से जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री अपनी प्रशासनिक व्यस्तताओं के कारण शामिल नहीं हो सकेंगी।
शुक्रवार से कोलकाता के न्यू टाउन में सीपीआई(एम) की केंद्रीय समिति की बैठक भी शुरू हो रही है। इस दो दिवसीय बैठक में आगामी पार्टी कांग्रेस के लिए राजनीतिक प्रस्ताव पारित किए जा सकते हैं।
सीपीआई(एम) का पार्टी कांग्रेस इस वर्ष अप्रैल में तमिलनाडु के मदुरै में आयोजित होगा। इसमें पार्टी को नया महासचिव मिलेगा। पूर्व महासचिव सीताराम येचुरी के निधन के बाद यह पद रिक्त है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर