
कोलकाता, 07 फ़रवरी (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी सरकार के आठवें व्यापार शिखर सम्मेलन के बाद दावा किया कि राज्य ‘वृद्धि और अवसर के केंद्र के रूप में उभरा है’, जिसमें उन्होंने 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का श्रेय लिया। यह बयान उन्होंने शुक्रवार को बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (बीजीबीएस)-2025 के समापन के बाद दिया, जिसमें 4,40,595 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ 212 समझौता ज्ञापन (एमओयू) और आशय पत्र (एलओआई) प्राप्त हुए।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर ममता बनर्जी ने बंगाल के विकास और अवसरों के बारे में अपने दृष्टिकोण को साझा किया, जहां उन्होंने कहा कि उन्होंने एक सपना साकार होते देखा, जिसमें नीति निर्माता, कॉरपोरेट दिग्गज, उद्यमी और वैश्विक दूरदर्शी लोग शामिल थे।
उन्होंने गर्व के साथ कहा कि 2011 में मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद उनका मिशन बंगाल को समृद्धि की ओर ले जाना था, जो अब सफल हो रहा है। उन्होंने गोपाल कृष्ण गोखले का हवाला देते हुए कहा कि उनका लक्ष्य ऐसा बंगाल बनाना है जहां हर निवासी गर्व से कह सके कि बंगाल जो आज सोचता है, भारत कल सोचेगा।
इसके अलावा, उन्होंने बीरभूम के देवचा पचामी में कोयला निकासी प्रक्रिया की शुरुआत का उल्लेख किया, जो राज्य के औद्योगिक भविष्य को बढ़ावा देने के लिए विशाल भंडार प्राप्त करेगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
