कोलकाता, 09 दिसंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को अपने पार्टी के विधायकों से कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में चल रहे संकट को लेकर ऐसा कोई बयान न दें, जो राज्य में तनाव पैदा कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दसवें दिन कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हम दुनिया के किसी भी हिस्से में धर्म के आधार पर किसी भी समुदाय पर हमले के खिलाफ हैं। मैं अपील करती हूं कि इस मुद्दे पर कोई भी भड़काऊ बयान न दिया जाए।
ममता बनर्जी ने बिना भाजपा का नाम लिए राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी पर बांग्लादेश संकट का राजनीतिक फायदा उठाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एक विशेष राजनीतिक दल फर्जी वीडियो फैला रहा है। लेकिन जो लोग सोचते हैं कि वे इससे राजनीतिक लाभ हासिल करेंगे, वे गलत हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार और उनकी पार्टी बांग्लादेश मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए किसी भी कदम का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले को केंद्र सरकार संभालेगी। हमारी नीति है कि हम केंद्र सरकार की विदेश नीति का पालन करें। हमारे कई लोगों के रिश्तेदार बांग्लादेश में रहते हैं। इसलिए हम केंद्र सरकार के किसी भी कदम का समर्थन करेंगे। मैं केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री से अपील करती हूं कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें।
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी धर्म के आम लोग दंगों के पक्ष में नहीं होते। दंगे कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा कराए जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में मौजूदा संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग की थी। उन्होंने केंद्र सरकार से यह प्रस्ताव रखने का भी सुझाव दिया कि संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के बाद शांति सैनिकों को बांग्लादेश भेजने पर विचार किया जाए।
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले पर बयान देने और संयुक्त राष्ट्र से हस्तक्षेप की मांग करने की अपील की थी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर