बलरामपुर, 25 अप्रैल (Udaipur Kiran) । जिले को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए विश्व मलेरिया दिवस मनाया जा रहा है। इस बार की थीम ‘मलेरिया हमारे साथ समाप्त होः पुनः निवेश करें, पुनः कल्पना करें, पुनः प्रज्वलित करें‘ इसी के तहत जिले में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। राज्य से मिले निर्देशों के अनुसार जिले में प्रचार-प्रसार प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बसंत कुमार सिंह ने आज शुक्रवार को बताया कि जिले में वर्ष 2027 तक मलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिये जिला का कार्ययोजना वर्ष 2025 हेतु तैयार किया गया है इसके तहत कार्य करते हुए जिले में मलेरिया खत्म करने अभियान चलाया जाएगा एवं लोगों को जागरूक करने ग्राम के मोहल्ला स्तर तक मितानिन के माध्यम से मलेरिया बीमारी की जानकारी दी जायेगी। डॉ. सिंह ने बताया की वर्ष 2017 में जहां जिले में कुल 11008 मरीज थे, वहीं वर्ष 2024 में कुल 5 मरीज थे। जिले में मलेरिया मरीजों में कमी का सबसे बड़ा कारण विशेष सतर्कता और प्रयास था, इन प्रयासों ने मितानिन दीदीयों की महत्वूपर्ण भूमिका रही।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक, स्मृति एक्का ने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों एवं मितानिन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने विश्व मलेरिया दिवस मनाया जायेगा। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. सुबोध सिंह ने बताया कि मलेरिया संज्ञनित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर जब मलेरिया पीड़ित व्यक्ति का खून चूसता है और फिर किसी स्वास्थ्य व्यक्ति को काटता है तब संक्रमण फैलता है। इससे बचाव के लिये आस-पास पानी जमा न होने दें। पानी की टंकियों एवं कुलरो की सफाई करे पूरे आस्तीन के कपड़े पहने, सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करे। नीम, तुलसी, गेंदा जैसे मच्छर रोधी पौधे लगाएँ एवं मच्छर रोधी साधनों का उपयोग करें। बुखार आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच व उपचार करायें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मलेरिया बीमारी हेतु सभी जांच एवं उपचार निःशुल्क है।
(Udaipur Kiran) / विष्णु पाण्डेय
