– भाजपा ने ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाई, कांग्रेस सिर्फ राजनीति
– हरदा का दावा पूरी तरह सफेद झूठ है
देहरादून, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ ने पावन धामों और राजधानी को लेकर हरीश रावत सहित अन्य कांग्रेस नेताओं पर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष को राजनीति बंद करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने राज्य और ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाई, विकास किया, कांग्रेस सिर्फ लाभ के लिए राजनीति कर रहीं है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंन्द्र भटृ ने स्थाई राजधानी बनाने को लेकर हरदा को घेरा है। उन्होंने कहा कि पृथक राज्य, ग्रीष्मकालीन राजधानी भाजपा ने बनाई और वहां विकास के कार्य भी हमनें ही कराएं और आगे जो भी विकास कार्य होंगे उन्हें हमारी सरकार ही कराने वाली है। आज हरदा जो दावा कर रहे हैं वह पूरी तरह सफेद झूठ है। असंतुष्ट विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद भी वे लंबे समय बहुमत के साथ सत्ता में थे लेकिन स्थाई राजधानी की कोई चर्चा तक नहीं की। उम्र के इस पड़ाव में अक्सर इंसान मतिभ्रम का शिकार हो जाता है और मीडिया की सुर्खियां बनने के लिए बयानबाजी करता है।
महेंन्द्र भटृ ने एक निर्दलीय विधायक के बयान के आधार पर सरकार की स्थिरता को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर तंज किया कि कांग्रेस विपक्ष में रहकर भी अस्थिर है। वहां विधायकों से लेकर संगठन के अध्यक्ष से लेकर मंडल तक सभी लोगों की आपस में सर-फुटव्वल है। हमारे पास 47 विधायक हैं,ऐसे में जो लोग सरकार की अस्थिरता की बात कर रहे हैं वे कहीं न कहीं ऐसी साजिशों में लिप्त हैं।
गोदियाल सक्षम व्यक्ति, चाहे तो पूरी पेंशन छोड़े:
भाजपा अध्यक्ष ने गणेश गोदियाल के बढ़े हुए वेतन भत्ते नहीं लेने के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि वे बड़े कारोबार वाले समृद्ध विधायक है,उन्हें तो पेंशन में हुई वृद्धि के साथ पूरी पेंशन भी छोड़ देनी चाहिए। उनके बहुत से साथी विधायक भी हैं जो आर्थिक दृष्टि से सक्षम हैं,उन सभी से उन्हें आग्रह करना चाहिए वे अपने वेतन भत्ते या अन्य सुविधाएं छोड़ दें। यदि त्यागना ही है तो वह एक निजी निर्णय है,उसको प्रचार के लिए इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। जहां तक सरकार का सवाल है तो उसने इस मसले में सदन के बहुमत का सम्मान किया है। हम मानते हैं कि जनप्रतिनिधि को जनहित में काम करने के लिए बहुत सी जरूरत होती है।
धाम आधारित मंदिरों पर हमेशा के लिए रोक लगाई:
महेंद्र भटृ ने गोदियाल के दिल्ली में केदार मंदिर निर्माण पर लगी रोक को लेकर पूछे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों से अब देश में कहीं भी राज्य के पावन धाम के नाम पर कोई ट्रस्ट नही बना सकता है। इसी क्रम में सरकार के प्रयासों से दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर पूरी तरह से रोक लग गई है। जहां तक सवाल हैं भूमि एवं दान राशि की तो सभी जानते हैं कि किसी भी संस्था एवं ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन निश्चित नियमों के तहत सोसाइटी ऑफिस में होता है। उसके बैंकिंग संचालन को लेकर पूर्व निर्धारित प्रक्रिया होती है और कोई भी उसमे सीधा दखल नहीं दे सकता है। लिहाजा,अतार्किक बयानबाजी करने से कांग्रेस को बचना चाहिए। यदि उनके पास कोई विशेषज्ञता है तो दिल्ली ही नहीं, मुंबई समेत देश भर में बदरी केदार के नाम से बन रहे मंदिरों के नाम पर जमा पैसे को भी उन्हें श्री बद्री केदार मंदिर समिति को दिलाना चाहिए। साथ ही चेताया कि गणेश गोदियाल और कांग्रेस नेताओं को केदारनाथ धाम को लेकर अति राजनीति से बचना चाहिए अन्यथा बाबा के प्रकोप से बच नहीं पाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार / प्रभात मिश्रा