Uttrakhand

श्रद्धा और भक्तिभाव के साथ मनाया गया महानिर्वांण पर्व

श्री गुरु राम राय महाराज  के महानिवार्ण पर्व पर श्री दरबार साहिब में जुटीं देश विदेश से संगतें

-श्री गुरु राम राय महाराज के महानिवार्ण पर्व पर श्री दरबार साहिब में जुटीं देश विदेश से संगतें

देहरादून, 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । श्री गुरु रामराय महाराज का 338वां महानिर्वाण पर्व इस वर्ष भी बुधवार को परंपरागत ढंग से मनाया गया। दरबार के सज्जादानशीन महंत देवेन्द्र दास महाराज ने महानिर्वाण पर्व पर विशेष पूजा अर्चना की। श्री झण्डेजी परिसर के निकट स्थित तालाब के किनारे श्रीगुरु राम राय महाराज को तर्पण अर्पित किया। इसके पश्चात 17 पुरोहितों ने चावल, दूध, शहद, गंगाजल, घी एवं शक्कर का पिण्ड बनाकर पूजन किया गया। दरबार साहिब के आचार्य, पण्डित व पुरोहितों ने पूजा-अर्चना में सहयोग किया। इसके पश्चात संगतों को फलों का प्रसाद वितरित किया गया।

देश के कोने-कोने से तथा विदेश से भी आए श्रद्धालुओं को महंत देवेन्द्र दास महाराज ने आशीर्वाद दिया। तदोपरान्त विशेष लंगर का आयोजन किया गया। सायं-काल में श्रद्धालुओं को हलवा-पूरी और चूरमा का प्रसाद वितरित किया गया। देश के विभिन्न राज्यों से आए वृद्ध, युवा और बच्चों ने इस महानिर्वाण पर्व की पूजा अर्चना का साक्षी बनकर अपने आपको धन्य महसूस किया। महानिवार्ण पर्व में शामिल होने आई संगतों ने भी पूजा अर्चना में भाग लिया। इस दाैरान महंत इन्दिरेश अस्पताल के डाॅक्टरों की टीम मेडिकल सहायता के लिए दरबार साहिब में माैजूद रही।

गुरु रामराय महाराज का जन्म 1646 ई. में चैत्र मास की पंचमी को हुआ था। वर्ष 1676 में श्री गुरु महाराज देहरादून आये थे। देहरादून को गुरु महाराज ने अपनी कर्मस्थली बनाकर पावन किया। महाराज के डेरे के नाम से ही नगर का नाम देहरादून पड़ा। भाद्रसुदी 8 सवंत 1744 (4 सितम्बर सन् 1687) को वे परमात्मा का ध्यान करते हुए परमात्मा में लीन हो गये। गुरु महाराज की आत्मा को अमर मानते हुए संगतें समाधि की सेवा करती हैं और श्रद्धालु इस दिन को महानिर्वाण पर्व के रूप में मनाते हैं।

इस माैके पर दरबार साहिब के महंत देवेन्द्र दास महाराज ने कहा कि गुरु ही साक्षात परब्रह्म है। गुरु को ईश्वर से भी ऊपर का स्थान प्राप्त है क्योंकि गुरु के ज्ञान व गुरु के बताए मार्ग से हम ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं। गुरु पर्व पर अपने गुरु के प्रति आस्था प्रकट की जाती है। गुरु पर्व गुरु के प्रति सम्मान एवम् समर्पण का पर्व है। इस दिन गुरु की पूजा करने से गुरु की दीक्षा का पूरा फल उनके शिष्यों को मिलता है। किसी व्यक्ति को अध्यात्म की दिशा में बढ़ने के लिए उन्हें गुरु की आवश्यकता होती है। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों के सुख, समृद्धि व शांति की अरदास भी की। श्री दरबार साहिब में सुबह से लेकर देर शाम तक संगतों का तांता लगा रहा है। संगतों ने श्री झण्डे साहिब, श्री दरबार साहिब के दर्शन किये व श्री महाराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।

निःशुल्क रक्तदान शिविर में 154 यूनिट रक्तदान

गुरु राम राय जी महाराज के महानिर्वाण पर्व को समर्पित रक्तदान शिविर में संगत ने 154 युनिट रक्तदान किया। महानिर्वाण पर्व पर महाकाल सेवा समिति की ओर से महंत इंदिरेश अस्पताल ब्लड बैंक के सहयोग से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। रक्तदान शिविर में परम पूज्य महंत देवेंद्र दास महाराज ने दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। श्रीमहाराज ने रक्तदान दाताओं को को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और सभी को आशीर्वाद दिया।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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