उज्जैन, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने यहां श्रीमद्भागवत कथा के दौरान हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि हमारी माताएं फिगर मेंटेन करने में लगी हैं। भारत को हिंदुस्तान बनाना है, तो कम से कम चार-चार संतान होना चाहिए।
उज्जैन के बड़नगर रोड स्थित मोहनपुरा में श्री बाबाधाम मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा चल रही है, जिसका धार्मिक चैनलों पर इसका प्रसारण हो रहा है। कथा के पांचवें दिन गुरुवार को महामंडलेश्वर ने गोवर्धन पूजा की कथा सुनाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज आधा उत्तरप्रदेश चला गया है। उत्तरप्रदेश के 17 जिले हिंदू धर्म के नहीं रहे। आधा बंगाल जूझ रहा है। असम में पांच लाख लोगों के पास कोई पासपोर्ट-वीजा नहीं है, वहां 8-8 बच्चे हो रहे हैं और हमारी माताएं फिगर मेंटेन करने में लगी हैं। अगर दो बच्चों का टारगेट है और तीन कर रहे हो, तो हमें दे दो, हम बड़ा कर देंगे।
उन्होंने कहा कि आज से 25 साल पहले दो करोड़ थे, फिर हुए नौ करोड़, अब हो गए हैं 38 करोड़…। हिंदुस्तान, इंडोनेशिया न हो जाए। इंडोनेशिया में रामलीला टिकट से देखी जाती है। इंडोनेशिया में कई जगह ऐसी हैं, जहां भगवान का नाम ले लिया जाए, तो काटकर फेंक दिया जाता है।
महामंडलेश्वर ने कहा कि सनातन संस्कृति को अगर बचाना है, तो माताओं को क्षत्राणी बनना होगा। हिंदू धर्म को बचाना है। आज हम अल्पसंख्यक उनको कहते हैं। वो दिन दूर नहीं, कश्मीर की तरह कल हम अल्पसंख्यक हो जाएंगे। इसे हिंदुस्तान ही रहने देना है, तो सबको विचार करना चाहिए।
बता दें कि हिन्दुओं के चार बच्चे पैदा करने की सलाह पहली बार नहीं दी गई है। इससे पहले कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने भी इसी तरह का बयान दिया था। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी हिन्दुओं को पांच-पांच बच्चे पैदा करने की सलाह दे चुके हैं।
(Udaipur Kiran) तोमर / प्रभात मिश्रा