Uttar Pradesh

महाकुंभ : नगर निगम ने बनाई क्विक रिस्पांस टीम, किसी भी समस्या का होगा समाधान

नगर निगम का रैन बसेरा:फोटो बच्चा गुप्ता

-काशी इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर में हेल्प डेस्क कंट्रोल रूम स्थापित, यात्रियों के लिए 20 नए अस्थाई रैन बसेरे

वाराणसी, 13 जनवरी (Udaipur Kiran) । प्रयागराज महाकुंभ से काशी आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की यात्रा के साथ दर्शन पूजन को यादगार बनाने के लिए वाराणसी नगर निगम प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किया है। महाकुंभ की अवधि में शहर में स्वास्थ्य, सफाई और यातायात सहित अन्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। सोमवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने अपने कार्यालय में तैयारियों के बाबत पूरी जानकारी पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि नगर निगम प्रशासन ने शहर में विभिन्न विभागों की संयुक्त क्वीक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) बनाई है। जो चौबीस घंटे सातों दिन कार्य करेगी। क्वीक रिस्पांस टीम में स्वास्थ्य, जलकल, मार्ग प्रकाश और अभियंत्रण विभागों की टीमों को शामिल किया गया है। यह टीम दशाश्वमेध जोन में तैनात रहेगी और किसी भी समस्या का तत्काल समाधान करेगी। उन्होंने बताया कि काशी इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर में हेल्प डेस्क कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां टोल-फ्री नंबर 1533 पर मिलने वाली शिकायतों को तुरंत संबंधित अफसर निस्तारण करेंगे।

—महाकुंभ के लिए 20 नए रैन बसेरे

नगर आयुक्त के अनुसार महाकुंभ की अवधि में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नगर निगम ने 20 नए अस्थाई रैन बसेरे बनाए है। पहले से संचालित 21 रैन बसेरों के साथ इनकी कुल संख्या 41 हो गई है। रैन बसेरे सभी सुविधाओं से लैस किए गए है। दशाश्वमेध घाट पर बने रैनबसेरा में 400 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था है। रेलवे स्टेशन पर भी दोनों तरफ बने अस्थाई आश्रय स्थल में नगर निगम ने श्रद्धालुओं के सुविधा का ध्यान दिया है। नगर आयुक्त ने बताया कि गंगा में नौकायन के लिए नावों का अधिकतम किराया 345 रुपए तय किया गया है। कोई यात्री अगर नमो घाट से अस्सी तक आवागमन करता है तो उसे 345 रुपए नाविक को देने होंगे। काशी के सभी प्रमुख घाटों पर नावों के किराया से सम्बन्धित बोर्ड लगाए गए है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 नए ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा स्टैंड बनाए गए हैं। अब कुल 44 स्टैंड उपलब्ध होंगे। इन वाहनों के किराए की जानकारी प्रमुख स्थानों पर डिस्प्ले की जा रही है।

—स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर जोर

नगर आयुक्त ने बताया कि महाकुंभ के दौरान शहर के धार्मिक कुंडों, तालाबों, घाटों और बाजारों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाएगी। प्रमुख घाटों पर चेंजिंग रूम, मोबाइल टॉयलेट और वाटर टैंकर भी उपलब्ध रहेंगे। इनकी सफाई नियमित होगी। जिले में प्रवेश स्थलों और प्रमुख चौराहों पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। रैन बसेरों और सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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