भोपाल, 23 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के परिवहन विभाग (आरटीओ) के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के घर लोकायुक्त की टीम ने छापा मारा, उसके खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उसके साथी चेतन सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। आरोपी सौरभ शर्मा समेत पांच लोगों को समन जारी कर दिए गए हैं।
लोकायुक्त डीजी जयदीप प्रसाद ने सोमवार को मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सौरभ शर्मा के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स में उसके दुबई में होने की जानकारी मिली थी। मामले की जांच के लिए तीन टीमों का गठन किया है। हवाला के एंगल पर भी मामले की जांच कर रहे हैं। मेंडोरा के जंगल में मिली लावारिस कार से बरामद किए गए 11 करोड़ रुपये नगद और 52 किलो सोने की भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि नगदी और सोने भरी कार के बारे में स्थानीय पुलिस ने लोकायुक्त को जानकारी नहीं दी थी। मीडिया रिपोर्ट्स से ही जानकारी मिली कि उक्त कार चेतन सिंह की है।
उन्होंने बताया कि सौरभ शर्मा के पिता शासकीय चिकित्सक रहे हैं। उनके निधन के बाद सौरभ को अनुकंपा नियुक्ति मिली। इसके बाद वह 2015 से 2023 के बीच विभिन्न नाकों पर पदस्थ रहा। इस दौरान उसने अवैध धन अर्जित किया। इस काले धन से उसने कई संपत्तियां साले, पत्नी, दो सहयोगी और मां के नाम से खरीदीं। उसके द्वारा एक होटल का भी संचालन किया जा रहा है। आरोपी सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी और मां उसकी सबसे बड़ी राजदार रही हैं। इसी के साथ शरद जयसवाल एवं चेतन सिंह गौर भी उसके सबसे वश्वसनीय हैं। सौरभ सहित पांचों को पूछताछ के लिए सोमवार को समन जारी किया गया है।
आईटी से मांगी कार और सोने की जानकारी
इधर, चेतन सिंह गौर के नाम से पंजीकृत इनोवा से आयकर विभाग द्वारा जब्त किए गए कैश और सोना के संबंध में लोकायुक्त की टीम ने जानकारी मांगी है। जानकारी मिलने पर इसे प्रकरण की विवेचना में शामिल किया जाएगा। वहीं, आरोपी के मकान और कार्यालय में सर्च के दौरान मिले संपत्ति संबंधी अभिलेखों के विस्तृत परीक्षण कर राशि का आकलन और अपराध में सहयोगी अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जाएगी। सर्च के दौरान प्राप्त बैंक खातों की जानकारी के आधार पर संबंधित बैंकों से खाता विवरण प्राप्त कर परीक्षण किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) तोमर