– चयनित बालिकाओं को आवास एवं भोजन की भी सुविधा
भोपाल, 2 सितंबर (हि,स.)। प्रदेश में शैक्षिक दृष्टि से पीछे रह गये विकासखंड, जहां महिला साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत से कम है, उन स्थानों पर महिला साक्षरता सुधार के उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित कर रहा है। यह विद्यालय केन्द्र सरकार की मदद से संचालित हो रहे हैं। प्रदेश में वर्तमान में 207 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 33 हजार से अधिक बालिकाएं अध्ययन कर रही हैं।
107 कस्तूरबा विद्यालय संचालन को स्वीकृति
जनसम्पर्क अधिकारी मुकेश मोदी ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में पिछले वर्ष 2023-24 के लिये केन्द्र सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा वार्षिक कार्य-योजना में टाइप-1 के 100 और टाइप-3 के 107 और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के संचालन की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 75 प्रतिशत बालिकाएं अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय और 25 प्रतिशत गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाली बालिकाओं के लिये है। इन विद्यालयों के जरिये अनाथ, बेसहारा एवं एकल परिवार की बालिकाओं को 8वी तक की शिक्षा पूर्ण करने के लिये आवश्यक व्यवस्थाएं उपलब्ध कराना है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन में 201 विद्यालय
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन के अंतर्गत 201 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कक्षा 9 से 12 के लिये संचालित हो रहे हैं। इन विद्यालयों में 20 हजार से अधिक बालिकाओं को अध्ययन की सुविधा दी जा रही है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में छात्राओं को आवासीय सुविधा के साथ भोजन, स्पोटर्स, आत्मरक्षा, उपचारात्मक शिक्षा और कैरियर काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
(Udaipur Kiran) तोमर