– कलेक्टर को एनपीके की जगह डीएपी लेने दिया आवेदन, एमपी एग्रो से उपलब्ध कराया गया डीएपी
भोपाल, 12 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सोमवार को मार्कफेड के गोदाम में सुबह 8 बजे लगभग 450 किसान खाद लेने पहुंचे थे। जहां उन्हें पूरी प्रक्रिया के तहत टोकन बांटा गया और करीब 130 मीट्रिक टन डीएपी खाद का वितरण किया गया। इस दौरान कुछ किसान भाई बाकी रह गए थे। कृषि उपसंचालक केके वैद्य ने बताया कि बाकी रहे किसानों को समझाइश दी गई कि डीएपी की जगह एनपीके लेने के लिए प्रेरित किया गया। लेकिन उन्होंने कलेक्टर पार्थ जैसवाल के कैम्प ऑफिस पहुंचकर डीएपी ही लेने का आवेदन दिया और कलेक्टर के निर्देशानुसार मंगलवार की सुबह किसानों को डीएपी खाद एमपी एग्रो से उपलब्ध कराई।
उल्लेखनीय है कि 11 नवंबर को छतरपुर कृषि उपज मंडी में मार्कफेड के गोदाम में डीएपी खाद लेने के लिए 450 किसान एकत्रित हुए, उन सभी किसानो को सुबह 8 बजे से ही टोकन बांट दिए गए और पूरे दिन में 130 मीट्रिक टन डीएपी खाद टोकन के माध्यम से वितरण किया गया, इन सभी किसानो को डीएपी वितरण के पश्चात गोदाम मे डीएपी खत्म हो गया था। डीएपी वितरण के पश्चात शेष बचे 40 किसानो को एनपीके दिया गया था, उसके पश्चात 12 किसान शेष रह गए थे जो गोदाम में दोपहर 2 बजे आए थे, उन्हें भी टोकन दिया गया था। टोकन से खाद प्राप्त करने के लिये निर्देशित किया गया था, गोदाम में रात्रि 8.30 बजे डीएपी का वितरण बंद हुआ, डीएपी खाद ख़त्म होने के बाद यह 12 किसान खाद प्राप्त करने से वंचित रह गए, इन सभी किसानों को एनपीके प्राप्त करने हेतु समझाईश दी गई परंतु वह डीएपी खाद ही लेना चाहते थे, उक्त किसान अपने आवेदन लेकर खाद प्राप्त करने के लिए कलेक्टर से दूरभाष पर संपर्क किया और आवेदन देने के लिये उनके कैम्प ऑफिस आए, इन सभी किसानो के आवेदन प्राप्त किए गए और आश्वासन दिया गया कि उन्हें सुबह खाद वितरित कर दिया जाएगा।
मंगलवार 12 नवंबर को प्रात 9:30 बजे सभी 12 किसानो को एमपीएग्रो गोदाम से खाद वितरित कर दिया है, किसानो के द्वारा किसी प्रकार का घेराव नहीं किया गया था, शांतिपूर्ण तरीके से डीएपी खाद ही प्राप्त के लिए अपने आवेदन दिए गए थे।
(Udaipur Kiran) तोमर