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मप्रः हाथियों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक, उच्च स्तरीय दल उमरिया भेजने के दिए निर्देश

हाथियों की मौत को लेकर मुख्यमंत्री ने बुलाई आपात बैठक

– वन राज्य मंत्री सहित तीन सदस्यीय दल लेगा घटना के सभी पहलुओं की जानकारी, दोषियों पर सख्त कार्रवाई

भोपाल, 1 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उमरिया जिले में स्थित राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व परिक्षेत्र में हाल ही में हुई हाथियों की मृत्यु के संबंध में गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार की रात्रि मुख्यमंत्री निवास में आपातकालीन बैठक ली। इस अवसर पर उन्होंने ने निर्देश दिए कि इस घटना के सभी पहलुओं की जानकारी लेने के लिए एक उच्च स्तरीय दल तत्काल घटना स्थल पर रवाना हो। सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त कर 24 घंटे में विस्तृत प्रतिवेदन दिया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस घटना में दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वनों की रक्षा और वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति पूर्ण गंभीर है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जैसा बताया गया है कि हाथियों की मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम में हाथियों के पेट में बड़ी मात्रा में कोदो पाए जाने की जानकारी मिली है। जो सैंपल हाथियों के पेट से लिए गए हैं, उनकी वैज्ञानिक जाँच की जाएगी। उसमें यह स्पष्ट होगा कि किसी तरह का जहरीला पदार्थ तो नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि जाँच रिपोर्ट आने में चार दिन की अवधि संभावित है, इसके पूर्व वरिष्ठ स्तर से घटना की पूर्ण जानकारी प्राप्त की जाए। वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, अपर मुख्य सचिव वन अशोक बर्णवाल और दल के सदस्य शनिवार को उमरिया पहुंचकर घटना के बारे में समस्त विवरण प्राप्त करेंगे।

संबंधित अधिकारियों ने बैठक में बताया कि विशेषज्ञों से प्राप्त जानकारी अनुसार हाथियों की मृत्यु के संबंध में की गई जांच की रिपोर्ट चार दिन में प्राप्त होगी। इस अवधि में घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच जारी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह की घटनाएं फिर न हो, इसके लिए वन विभाग, स्थानीय प्रशासन और सभी पक्ष सजग और संवदेनशील रहें। उन्होंने कहा कि उमरिया में हाथियों की मृत्यु की घटना में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने और उपचार एवं अन्य प्रबंधन में विलंब की बात सिद्ध होने पर दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।

बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन वर्चुअल रूप से शामिल हुए। मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव वन अशोक वर्णवाल, जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के हाथियों की मृत्यु के संबंध में निर्देश

– घटना की संपूर्ण पहलुओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए उच्चस्तरीय दल उमरिया जाए।

– जांच की रिपोर्ट आने के पूर्व इस अवधि में घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर जांच की जो कार्रवाई जारी है, उसमें विलंब न हो।

– वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार और दो वरिष्ठ अधिकारी उमरिया जाएं।

– उमरिया के दौरे की रिपोर्ट 24 घंटे में सौंपी जाए।

– दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में परिक्षेत्र में तीन दिन में हुई 10 हाथियों की मौत

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व परिक्षेत्र में बीते तीन दिन में 10 हाथियों की मौत हुई है। यहां 29 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे सलखनिया, खतौली और पतोर रेंज की सीमा पर खुले मैदान में 300 मीटर के दायरे में 10 हाथी पड़े हुए मिले थे। सूचना मिलने पर बांधवगढ़ की टीम मौके पर पहुंची और जांच की गई तो उनमें चार हाथी मृत पाए गए थे, जबकि छह की हालत गंभीर थी। बांधवगढ़ की टीम ने बीमार हाथियों का इलाज शुरू किया, लेकिन 30 अगस्त को चार हाथियों ने दम तोड़ दिया। वहीं, दो हाथियों की मौत गुरुवार को हो गई थी।

मामले की जांच के लिए भोपाल से उमरिया पहुंचे अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल. कृष्णमूर्ति ने शुक्रवार को बताया कि बांधवगढ़ क्षेत्र में जिन10 हाथियों की मौत हुई है, उनका पोस्टमार्टम करने वाली वेटनरी टीम से हमारा काफी डिस्कशन हुआ है। उन्होंने कहा है कि हाथियों के पेट के अन्दर से काफी मात्रा में कोदो निकला है, उनका कहना है कि जो टॉक्सिन होता है उसमें काफी फंगस होता है और कोदो बहुत जहरीला होता है। उसका सैम्पल इकट्ठा करके उन्होंने जांच के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने पर हाथियों की मौत का कारण स्पष्ट हो जायेगा। हमारी एसटीएफ की टीम और लोग आसपास के एरिया का मुआयना किया है और बहुत से सैम्पल इकट्ठा किया है। खेतों से भी कोदो का सैम्पल लिया है। हमारी सारी टीम मामले की जांच में जुटी है। वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो से भी एक टीम आई है और वह भी अपने स्तर से जांच कर रही है।

(Udaipur Kiran) तोमर

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