Madhya Pradesh

मप्र विधानसभाः हंगामेदार रहा शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन, सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

मध्य प्रदेश विधानसभा

भोपाल, 20 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पांचवा और अंतिम दिन हंगामेदार रहा। शुक्रवार को सत्र के पांचवें दिन सदन की शुरुआत हंगामा के साथ हुई। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव आंबेडकर से संबंधित बयान पर संसद में विपक्ष और एनडीए सांसदों के बीच टकराव को लेकर कांग्रेस विधायकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जिलके चलते शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन सूचीबद्ध कार्य के बाद सदन की कार्यवाही बिना पारंपरिक राष्ट्रगान के स्थगित कर दी गई।

इससे पहले शीतकालीन सत्र में शून्य काल के दौरान अशासकीय संकल्प प्रस्तुत होने के बाद भाजपा विधायक सीतासरन शर्मा ने राहुल गांधी पर संसद में धक्का-मुक्की का आरोप लगाया। इस पर कांग्रेस ने कहा कि जो व्यक्ति सदन का सदस्य नहीं है, उसका मामला यहां कैसे उठाया जा रहा है। राहुल गांधी को बदनाम किया जा रहा है, लेकिन भाजपा नेताओं ने अंबेडकर जी का जो अपमान किया, उस पर सरकार मौन है। विपक्ष ने कहा कि कल जब हम चर्चा चाहते थे तब आपने नियमों का हवाला देकर चर्चा नहीं होने दी। अब इस पर चर्चा नहीं हो सकती। कांग्रेस के विधायकों ने सदन में नीले गमछे लहराए।

भाजपा विधायक अभिलाष पांडे ने कहा कि राहुल गांधी सदन में गुंडागर्दी कर रहे हैं। भाजपा के सांसदों से मारपीट कर रहे हैं। ऐसे में राहुल गांधी को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। इस पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि पांच दिन के सदन में हमने जनहित से जुड़े मुद्दे उठाए, लेकिन सरकार ने एक भी विषय पर संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वह नहीं चाहते हैं कि जनहित के मुद्दे पर चर्चा हो, इसीलिए इस तरह का हंगामा किया गया, लेकिन कांग्रेस जनहित के मुद्दे लगातार उठाती रहेगी। इसके बाद कांग्रेस और भाजपा के विधायक सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर निकल आए। दोनों ओर से शोर-शराबे और हंगामे के चलते स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित कर दी। कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने कहा कि सत्र की समाप्ति के पहले राष्ट्रगान नहीं हुआ। ये सदन का अपमान है।

शीतकालीन सत्र में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस विधायक शुक्रवार सुबह संविधान की प्रतियां लेकर विधानसभा पहुंचे थे। वे तीन दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी का विरोध जता रहे थे। नेत प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि भाजपा द्वारा संविधान का अपमान किया जा रहा है। संविधान निर्माता अंबेडकर जी के बारे में गलत शब्द कहे गए। मोदी और शाह ने अभी तक माफी नहीं मांगी। राहुल गांधी और खड़गे जब इस बारे में बात कर रहे थे तो भाजपा सांसदों ने धक्का-मुक्की की। उन पर झूठा केस लगाया। हमारी मांग है कि टिप्पणी के लिए शाह माफी मांगें और राहुल जी पर दर्ज झूठा प्रकरण वापस लिया जाए।

(Udaipur Kiran) तोमर

Most Popular

To Top